Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी जयंती के उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला को अंतिम रूप दिया।
आज यहां अपने सरकारी आवास पर शहीदी दिवस के अवसर पर किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘हिंद दी चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर बड़े पैमाने पर यादगारी समारोह आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि 19 नवंबर से 25 नवंबर 2025 तक पूरे राज्य में बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों का मुख्य केंद्र श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौवें पातशाह के शहीदी दिवस को समर्पित पंजाब की चारों दिशाओं से यात्राएं निकाली जाएंगी, जो श्री आनंदपुर साहिब में संपन्न होंगी। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 21 नवंबर से श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) की ऐतिहासिक धरती से एक यात्रा शुरू की जाएगी जो पठानकोट और होशियारपुर से होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगी। सीएम भगवंत मान ने बताया कि दूसरी यात्रा गुरदासपुर से शुरू की जाएगी जो बाबा बकाला, श्री अमृतसर साहिब, तरनतारन और जालंधर से होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगी।
इसी प्रकार, मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी यात्रा फिरोजपुर से शुरू होकर मोगा और लुधियाना से होते हुए श्री आनंदपुर साहिब में समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि चौथी यात्रा भी फिरोजपुर से शुरू होगी और ऐतिहासिक शहरों फरीदकोट, बठिंडा, बरनाला, संगरूर, मानसा और पटियाला से होकर श्री आनंदपुर साहिब में समाप्त होगी। भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के महान जीवन और दर्शन को प्रसारित करने के लिए राज्य के 23 जिलों में गुरु साहिब के जीवन और अद्वितीय बलिदान पर आधारित प्रकाश और ध्वनि शो और कवि दरबार आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में गुरू साहिब जी के जीवन, दर्शन और शहादत पर केंद्रित विशेष सेमिनार और विचार-विमर्श आयोजित किए जाएंगे।
श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले मुख्य समागमों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि श्री अखंड पाठ साहिब का उद्घाटन 23 नवंबर, 2025 को पूरी श्रद्धा के साथ होगा और 25 नवंबर, 2025 को समापन होगा। भगवंत सिंह मान ने बताया कि तीन दिवसीय समागमों की श्रृंखला के अंतर्गत एक अंतरधार्मिक सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के बीच सद्भावना का संदेश फैलाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर शाम भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध रागी जत्थे गुरबाणी कीर्तन से संगत को निहाल करेंगे। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि निहंग सिंह पारंपरिक मार्शल आर्ट गतका का भव्य प्रदर्शन करेंगे, जो खालसाई परंपरा का प्रतीक है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यादगारी समारोहों के दौरान शहरों और श्रद्धालुओं के सौंदर्यीकरण के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत और सुविधा के लिए श्री आनंदपुर साहिब में सड़कों की मरम्मत, इमारतों की रंगाई-पुताई और पूरे शहर में रोशनी के विशेष प्रबंध किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू साहिब जी के चरण स्पर्श वाले पवित्र स्थानों के रख-रखाव, मरम्मत और नवीनीकरण के लिए संबंधित विभागों को विशेष निर्देश जारी किए जाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि इसका उद्देश्य हमारी आने वाली पीढ़ियों को गुरु साहिब जी की गौरवशाली विरासत से अवगत कराना है।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, मुख्य सचिव केएपी उपस्थित थे। सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. रवि भगत, सांस्कृतिक मामलों के सलाहकार दीपक बाली और अन्य उपस्थित थे।