Punjab News: कल सतलुज नदी में 85 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था और आज 70 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। हालाँकि कई गाँवों में पानी की समस्या ज़रूर शुरू हो गई है, लेकिन बेला के कई ऐसे गाँव हैं जहाँ अभी भी काफ़ी पानी भरा हुआ है।
हम आपको हरसा बेला पट्टी डोलची की तस्वीरें दिखा रहे हैं जहाँ गाँव चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है और गाँवों तक जाने के लिए सिर्फ़ नाव ही उपलब्ध है। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और खेत नदी जैसे दिखाई दे रहे हैं। जहाँ खेत थे, वहाँ अब पानी 40 से 50 फीट ऊपर तक घूमता हुआ दिखाई दे रहा है।
उपायुक्त रूपनगर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रूपनगर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी स्थिति का जायज़ा लेने के लिए मौके पर पहुँचे थे और अधिकारियों को हर संभव मदद मुहैया कराने के निर्देश भी दिए थे।
उपायुक्त रूपनगर वर्जीत वालिया ने बातचीत करते हुए बताया कि कल से जलस्तर में कमी आई है और कल सतलुज नदी में 85 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था जो अब घटकर 70 हज़ार क्यूसेक रह गया है।
उन्होंने बताया कि सतलुज में छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण नंगल और श्री आनंदपुर साहिब के कई गाँवों में पानी ज़्यादा आ गया था, जिसके अब कम होने की उम्मीद है। इन गाँवों में हमारी बचाव और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। अब आनंदपुर साहिब और नंगल के बीच सिर्फ़ दो गाँव बचे हैं जहाँ नावों से पहुँचा जा रहा है। बाकी गाँवों में अब हम ट्रैक्टर से जा सकते हैं। हमारी मेडिकल और पशु चिकित्सा टीमें हर गाँव में मौजूद हैं और काम कर रही हैं।