Punjab News: गैंगस्टर रवि कार्टस और शूटर लखविंदर लक्खा निवासी दोराहा की श्री गोइंदवाल साहिब जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। एक दिन पहले खन्ना पुलिस ने यश की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उसे जेल से रिहा किया था और सुबह परिवार को उसकी मौत की खबर मिली। परिवार मौत को लेकर सवाल उठा रहा है। यशपाल का शव अमृतसर के गुरु नानक अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया है। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
दोराहा पुलिस ने दावा किया था कि 20 अप्रैल को जब पुलिस बेअंत सिंह चौक से रेलवे रोड की तरफ जा रही थी तो गोबिंदपुरा मोहल्ला दोराहा निवासी यशदीप यश को गिरफ्तार किया गया था। यश कार में सवार था। उसकी जेब से 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। कार के डैशबोर्ड पर एक देशी .32 बोर की पिस्तौल और तीन कारतूस मिले। पूछताछ में पता चला कि यशदीप वर्ष 2024 में थाना दोराहा में दर्ज हत्या प्रयास की एफआईआर नंबर 162 में भी वांछित था।
इसके अलावा यशदीप के खिलाफ 18 सितंबर 2020 को थाना दोराहा में नशा तस्करी का भी मामला दर्ज है। आपको बता दें कि यश गैंगस्टर रवि कार्टस का साथी था। दिसंबर 2024 में रवि कार्टस गिरोह ने सड़क पर एक युवक पर हमला किया था। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद पुलिस ने रवि कार्टस, उसके भाई राजन कुमार, लखविंदर सिंह लक्खा शूटर, इंदर निवासी दोराहा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
Punjab News: 3000 से अधिक चुनावी साक्षरता क्लब छात्रों में चुनाव जागरूकता फैला रहे
पायल के डीएसपी हेमंत मल्होत्रा ने बताया कि यशपाल यश को दोराहा थाने में दर्ज मामले में रिमांड खत्म होने के बाद श्री गोइंदवाल साहिब जेल से रिहा कर दिया गया। इस दौरान पुलिस ने मेडिकल जांच भी कराई। मेडिकल जांच के बाद उसे अदालत में पेश किया गया। इसके बाद अदालत के आदेशानुसार यशपाल को श्री गोइंदवाल साहिब जेल से रिहा कर दिया गया। पुलिस ने यशपाल को स्वस्थ अवस्था में रिहा कर दिया था। जेल में मौत कैसे हुई, इसका जवाब जेल प्रशासन ही दे सकता है। इसमें खन्ना पुलिस की कोई गलती नहीं है।