Punjab News, पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पिछले साल 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन 2.0 को एक साल पूरा होने वाला है। 14 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से पहले किसान महापंचायत करने जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर किसान आज यानी 11 फरवरी से तीन महापंचायत आयोजित करने जा रहे हैं।
पहली महापंचायत रतनपुर बॉर्डर पर होगी। इसके बाद 12 फरवरी को खनौरी और 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर महापंचायत होगी। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का आमरण अनशन 78वें दिन में प्रवेश कर गया है। उन्होंने सात दिनों के बाद चिकित्सा सहायता लेनी शुरू कर दी। किसान आज सुबह 11:30 बजे बठिंडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
दल्लेवाल को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि जगजीत सिंह दल्लेवाल की चिकित्सा सहायता पिछले सात दिनों से बंद है। इसका कारण यह था कि जब भी उन्हें ड्रिप लगाई जाती थी तो उन्हें नसें ढूंढने में परेशानी होती थी। उन्हें 20 से 22 दिनों तक चिकित्सा देखभाल दी गई। इसी समय, उसके दोनों हाथों की नसें लकवाग्रस्त हो गईं। कोई नस नहीं मिल सकी।
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हालाँकि, वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम मौजूद थी। उनकी चिकित्सा सहायता शाम 6:15 बजे शुरू हुई। वे शारीरिक रूप से कमजोर हैं लेकिन अंदर से मजबूत हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के साथ बैठक में किसान अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे। पंजाब में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी थी।
उस समय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंजाब के दौरे पर थे। फिरोजपुर में उनकी सुरक्षा में चूक हुई थी। उस समय इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया था। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सज़ा सुनाई गई। मामला अदालत तक पहुंच गया। इसके साथ ही इस मामले में दो साल बाद किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।