Punjab News: फसल बेचने के लिए सरकार द्वारा लागू की गई नई बायोमेट्रिक प्रणाली किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है। इस नए फैसले के खिलाफ आढ़तियों और किसानों में रोष बढ़ रहा है। दोनों पक्षों ने सरकार से इस फैसले को तुरंत वापस लेने की अपील की है, अन्यथा बड़े पैमाने पर संघर्ष किया जाएगा।
आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुरिंदर कुमार ने कहा कि मंडियों में अनाज बेचने के लिए लागू की गई बायोमेट्रिक प्रणाली किसानों के लिए सिरदर्द साबित होगी। उन्होंने कहा कि किसान पहले से ही कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, ऊपर से सरकार की ये नई शर्तें उनकी परेशानियों को और बढ़ा रही हैं।
सुरिंदर कुमार ने चेतावनी दी कि अगर सरकार इस फैसले को तुरंत वापस नहीं लेती है, तो आढ़ती और किसान बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और संघर्ष को और तेज़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडियों में फसल बेचने की प्रक्रिया को आसान बनाने के बजाय, सरकार नई समस्याएं पैदा कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने की यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की तैयारियों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
किसानों ने भी सरकार के इस कदम का विरोध किया और कहा कि कृषि पहले से ही संकट में है। खर्चे बढ़ रहे हैं, फसलों के दाम कम हैं और ऊपर से सरकार द्वारा नए नियम थोपने से उन पर बोझ बढ़ रहा है। उन्होंने मांग की कि किसानों को राहत देने के बजाय, उनकी समस्याएँ बढ़ाने वाले कदमों को तुरंत वापस लिया जाए।
आढ़ती एसोसिएशन और किसानों ने साफ कहा है कि अगर बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया गया तो वे इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे और बड़े पैमाने पर संघर्ष जारी रहेगा।