Punjab news, फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल अस्पताल में बीती देर रात पहुंचे एक मरीज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव होकर मेडिकल अस्पताल के आपातकालीन विभाग की खराब स्थिति का खुलासा किया, जहां उसे इलाज के लिए करीब डेढ़ घंटे तक डॉक्टरों से मिन्नतें करनी पड़ी, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों और स्टाफ के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।
इसके विपरीत पुलिस को बुलाया गया और मरीज के साथ मारपीट भी की गई। वीडियो वायरल होने के बाद जब हमने इस बारे में मरीज से बात की तो उसने अपना नाम गुरपाल सिंह बताया जो किसान मजदूर यूनियन का नेता है और बताया कि कल शाम को वह वट्टू मराड़ गांव में अपनी भतीजी की शादी में गया था, जहां पर कुछ लड़कों ने उस पर हमला कर दिया। जब उसने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की तो किसी तेजधार हथियार से उसकी नाक पर वार किया गया, जिससे उसकी नाक की हड्डी टूट गई और काफी खून बहने लगा।
इसके बाद उसे करीब 12 बजे मेडिकल अस्पताल लाया गया, लेकिन आपातकालीन विभाग में हालात इतने खराब थे कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने कोई इलाज नहीं किया, बल्कि बदसलूकी की। इससे तंग आकर उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव किया। इससे नाराज होकर उसने इलाज करने की बजाय पुलिस को फोन कर दिया, जहां पुलिस कर्मियों ने भी उसके साथ मारपीट की और उसका फोन छीन लिया।
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आखिरकार वीडियो वायरल होने के बाद उसका इलाज शुरू किया गया, लेकिन स्टाफ द्वारा अभी भी उसके साथ गुस्से से पेश आया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि अस्पताल प्रशासन उस समय तैनात स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करे ताकि अन्य मरीजों को ऐसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस संबंध में जब चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जब मैंने नीतू कुक्कड़ से बात की तो उन्होंने बताया कि मेडिकल इमरजेंसी में पहुंचते ही मरीज का इलाज शुरू कर दिया गया, जिसके बाद उसे पर्ची कटवाने के लिए कहा गया, जिसके लिए वह अव्यवसायिक व्यवहार करने लगा और गुस्से में आकर डॉक्टर व स्टाफ से भला बुरा कहने लगा। उन्होंने कहा कि हम फिर भी इस मामले की पूरी जांच करेंगे।