Punjab News: फरीदकोट के कोनीवाला गांव में गंदे नाले की सफाई न होने से आसपास के गांवों की करीब 200 से 300 एकड़ फसलें पानी में डूबने के कगार पर हैं। इस असुविधा से तंग आकर ग्रामीणों ने अपने स्तर पर धन जुटाया। जिनकी मदद से नाले की सफाई का काम शुरू किया गया। जिसके बाद फसलों से पानी निकलने लगा, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि यदि अभी भी नाले की सफाई नहीं की गई तो बरसात के कारण उनकी फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि करीब ढाई माह पहले प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उन्हें सूचित किया गया था कि यदि बरसात से पहले सेम नाले की सफाई नहीं की गई तो उनकी फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश के कारण सेम नाले में जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही नहर में उगे केले और घास के कारण उनके गांवों के आसपास बने पुल पूरी तरह से अवरुद्ध हो गए हैं।
जिससे पानी की निकासी मुश्किल हो रही है, जिसके कारण यह पानी अब ओवरफ्लो होकर उनके खेतों में घुस गया है। जब प्रशासन के अधिकारियों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी जेसीबी की व्यवस्था नहीं हो सकी है। इस प्रक्रिया में कई सप्ताह लग सकते हैं, लेकिन यदि प्रशासन इस ओर आंखें मूंदे रहा तो न केवल उनकी फसलें बर्बाद होंगी, बल्कि यह पानी उनके घरों तक पहुंच कर उन्हें भी नष्ट कर सकता है।
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उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने अपने स्तर पर पैसे एकत्र कर नाले की सफाई का काम शुरू कर दिया है, जिससे फिलहाल उनके खेतों से पानी की निकासी शुरू हो गई है, लेकिन अगर आने वाले दिनों में इसी तरह बारिश होती रही तो उनकी फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने मांग की कि प्रशासन इस ओर ध्यान दे और किसानों के हित में सत्ता में आने से पहले सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा कर उनकी समस्याओं का समाधान करे।
उधर, एसडीएम कुलविंदर कौर के अनुसार जिले में 12 नालों की सफाई का काम पूरा हो चुका है, केवल इस नाले की सफाई का काम बाकी है, जिसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। यह जानकारी उन्होंने टेलीफोन पर साझा की।