Punjab News: पंजाब विधानसभा के सत्र के दौरान, पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष सरदार जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने अध्यक्ष के रूप में वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग (पंजाब) और राजस्व एवं पुनर्वास विभाग (पंजाब) के बजट अनुमानों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
रिपोर्ट पेश करते हुए डिप्टी स्पीकर रौड़ी ने कहा कि समिति ने इन विभागों की विषय-वस्तु का गहन परीक्षण किया है तथा विभागीय अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद रिपोर्ट सदन में पेश की गई है।
राजस्व एवं पुनर्वास विभाग की रिपोर्ट में राजस्व अधिकारियों की समय पर कार्यालय में उपस्थिति, पटवारियों की उपस्थिति तथा निर्धारित समय के बाद लंबित म्यूटेशनों के संबंध में औचक निरीक्षण, फर्दों के संबंध में ऑनलाइन प्रक्रिया की सुविधा तथा भूमि की निशानदेही के संबंध में जिला प्रमुखों को निर्देश देने के संबंध में उचित सिफारिशें की गई हैं।
वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग की रिपोर्ट में सदन द्वारा आवंटित बजट के समुचित उपयोग, कार्यबल स्थिरता में सुधार के लिए दैनिक वेतन एवं अनुबंध कर्मचारियों के नियमितीकरण तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण पर जोर दिया गया। समिति ने खाली पड़ी सरकारी भूमि, नदियों, नहरों, नालों और सड़कों पर कीकर, टाहली, जंग, करीर, जामुन, आम, देक, नीम, बोहर, पीपल जैसे देशी पेड़ लगाकर हरियाली बढ़ाने के प्रयासों के लिए उचित सिफारिशें की हैं।
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उपाध्यक्ष ने बताया कि समिति ने इस वर्ष जांच के लिए राज्य सरकार के 29 विभागों का चयन किया था। समिति ने सभी विभागों के अभिलेखों की जांच की, सभी विभागाध्यक्षों की मौखिक परीक्षा ली तथा वित्तीय अनुमानों की गहन समीक्षा की।
सार्वजनिक धन के समुचित उपयोग के महत्व पर बल देते हुए रौडी ने कहा कि सदन द्वारा बजट के माध्यम से विभिन्न विभागों को जो धन दिया जाता है, वह आम जनता का धन है। उन्होंने कहा कि विभागों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन धनराशियों का उपयोग नागरिकों के अधिकतम कल्याण के लिए कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से किया जाए।
इसके बाद उपाध्यक्ष रौड़ी ने रिपोर्ट तैयार करने में किए गए प्रयासों के लिए समिति के सभी सदस्यों और विधानसभा सचिवालय की पूरी टीम को धन्यवाद दिया।