Punjab News: मोहाली को सुरक्षित और अपराध मुक्त शहर बनाने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज 21.60 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सिटी सर्विलांस एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के पहले चरण का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना शहरी निगरानी एवं यातायात प्रबंधन को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि उन्नत एआई-आधारित निगरानी और यातायात निगरानी प्रणालियों से लैस इस अत्याधुनिक प्रणाली का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार करना, यातायात उल्लंघन को रोकना और प्रभावी कानून प्रवर्तन सुनिश्चित करना है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि कुल 21.60 करोड़ रुपए की लागत से तैयार यह प्रोजेक्ट मोहाली के सेक्टर-79 स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के सहयोग से मोहाली के 17 महत्वपूर्ण स्थानों पर लगे 351 हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरों को आपस में जोड़ेगा और निगरानी सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने, सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाने और कानून प्रवर्तन प्रयासों को और बेहतर बनाने के लिए डिजाइन की गई इस प्रणाली में 175 स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) कैमरे, 50 रेड लाइट उल्लंघन पहचान (आरएलवीडी) कैमरे, सामान्य निगरानी के लिए 92 बुलेट कैमरे, बढ़ी हुई सतर्कता के लिए 18 पीटीजेड (पैन, टिल्ट और जूम) कैमरे और 16 कैमरों से सुसज्जित दो प्रमुख स्थानों पर गति उल्लंघन पहचान प्रणाली शामिल है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पहल की मुख्य विशेषता यह है कि इससे स्वचालित ई-चालान प्रणाली लागू होगी, जिसे आगे एनआईसी द्वारा लागू किया जाएगा। वाहन और सारथी डेटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत रेड लाइट जंपिंग, ओवरस्पीडिंग, ट्रिपल राइडिंग, गलत साइड ड्राइविंग, बिना हेलमेट के वाहन चलाना और स्टॉप लाइन/जेब्रा क्रॉसिंग जैसे उल्लंघनों के लिए स्वचालित रूप से ई-चालान बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से प्रतिदिन औसतन 5,000 से 6,000 चालान बनेंगे, जिससे यातायात नियमों के प्रवर्तन और अनुपालन में उल्लेखनीय सुधार होगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण के सफल कार्यान्वयन के बाद, पंजाब सरकार अब शहर के निगरानी नेटवर्क को और बढ़ाने के लिए जिले भर में अधिक स्थानों को कवर करते हुए परियोजना के दूसरे चरण की योजना बना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थानों को उन्नत सीसीटीवी निगरानी, प्रमुख यातायात जंक्शनों पर अनुकूली यातायात नियंत्रण प्रणाली (एटीसीएस) और एआई-संचालित प्रणाली के साथ वाहन सक्रिय नियंत्रण (वीएसी) से लैस करने पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, स्मार्ट ट्रैफिक लाइटें भी लगाई जाएंगी, जो वास्तविक समय के यातायात प्रवाह के अनुकूल होंगी, जिससे वाहनों की आवाजाही और भीड़भाड़ कम होगी। उन्होंने कहा कि एकीकृत यातायात गलियारे भी बनाए जाएंगे, जिससे मोहाली, खरड़, जीरकपुर और डेरा बस्सी में सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना शहरी सुरक्षा और स्मार्ट यातायात प्रबंधन में एक प्रमुख मील का पत्थर है। मोहाली के व्यवसायी, आई.टी. आवासीय केंद्र के रूप में इसके तीव्र विस्तार को देखते हुए, यह पहल कानून और व्यवस्था बनाए रखने, सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित करने और सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार सुरक्षित और स्मार्ट शहरों के निर्माण के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि शहरी शासन और सुरक्षा में नए मानक स्थापित किए जा सकें।