Thursday, July 31, 2025
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Punjab News: वन विभाग के 942 ठेका कर्मचारियों को मुख्यमंत्री मान का बड़ा तोहफा

Punjab News: वन विभाग में ठेके पर काम कर रहे 942 कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज एक दशक से अधिक समय से सेवा निभा रहे इन कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपकर उनकी सेवाएं पक्की कर बड़ा तोहफा दिया।

आवास एवं शहरी विकास विभाग के इन कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने तथा उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आज यह घोषणा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि राज्य सरकार ने सभी कानूनी एवं प्रशासनिक बाधाओं को दूर कर दिया है तथा इन कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित कर दिया है तथा इनसे जुड़ी अनुबंध अवधि को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की सेवा में अपने जीवन के बहुमूल्य वर्ष देने वाले इन कर्मचारियों के नाम से संविदा शब्द हमेशा के लिए हटा दिया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका उद्देश्य कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित करना है और यह शुभ दिन राज्य सरकार के अथक प्रयासों के कारण आया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पक्षपात की बात नहीं है, बल्कि जनता और राज्य की सेवा करना राज्य सरकार का कर्तव्य है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने उन्हें सेवा का मौका देकर सम्मानित किया है और वह इस विश्वास को कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पंजाब के सर्वांगीण विकास और लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपने कार्यकाल के अंत में कुछ रियायतें देकर लोगों को मूर्ख बनाया, लेकिन हमारी सरकार ने पहले दिन से ही लोगों की समस्याओं को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के नेता अपने शासन के दौरान जनता को लूटते रहे और कभी भी जनता के कल्याण की परवाह नहीं की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार पहले दिन से ही राज्य के लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि जो लोग पंजाब के वारिस होने का दावा करते हैं, वे पंजाबी भाषा में एक शब्द भी नहीं लिख सकते, क्योंकि कॉन्वेंट में शिक्षा प्राप्त ये नेता राज्य और इसके लोगों से पूरी तरह कटे हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सनावर और दून स्कूलों से पढ़े इन नेताओं को पंजाबी का ज्ञान सीमित है, जिसके कारण वे लोगों से जुड़ने में असहज महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र की उपेक्षा की, जिसके कारण जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया और नए लोगों के लिए राजनीति में आने का मार्ग प्रशस्त किया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा हमारी सरकार की पांच मुख्य प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं और इनके विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार हमारी सरकार सभी वर्गों के कल्याण की बात करती है, जबकि पिछली सरकारों की प्राथमिकताएं अलग थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों के नेता लोगों की भलाई की बजाय अपने परिवारों की भलाई और सरकारी खजाने को लूटने में ज्यादा व्यस्त रहते थे।

विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी की अनदेखी करते हुए पंजाबियों का पैसा अपने परिवारों के लिए बेरहमी से लूटा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य और लोगों के कल्याण के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं और यह अपने आप में इतिहास है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक दल उनसे ईर्ष्या करते हैं, क्योंकि वे यह पचा नहीं पाते कि एक व्यक्ति का बेटा कैसे राज्य को प्रभावी ढंग से चला रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक दलों के जनविरोधी और पंजाब विरोधी रुख के कारण राज्य के लोगों का इन दलों पर से विश्वास उठ गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य की समझदार और बहादुर जनता ने 2022 के विधानसभा चुनाव में इन पार्टियों को बाहर का रास्ता दिखाया और आप को भारी जनादेश दिया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने कभी भी लोगों के कल्याण की परवाह नहीं की और ज्यादातर केवल अपने कल्याण के बारे में ही चिंतित रहे।

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