Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज गुरुद्वारा श्री क़तलगढ़ साहिब में मत्था टेका और राज्य में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने यह भी प्रार्थना की कि राज्य में शांति और भाईचारा दिन-प्रतिदिन मज़बूत होता रहे और पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह पंजाब के लोगों की सेवा करने और अभूतपूर्व विकास एवं प्रगति के एक नए युग की शुरुआत करने का अवसर पाकर खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार महान सिख गुरुओं की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए लोगों की सेवा कर रही है और राज्य के विकास की गति को और तेज़ करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार को महान सिख गुरुओं की शिक्षाओं से ज़िम्मेदारी और सेवा की भावना मिलती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ईश्वर के आशीर्वाद से पंजाब हर क्षेत्र में देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरेगा। भगवंत सिंह मान ने अपनी यात्रा को विशेष बताया और कहा कि यह वह पवित्र स्थान है जहाँ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस पवित्र भूमि का पूर्ण विकास सुनिश्चित करेगी और इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास जारी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस नेक कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी क्योंकि सरकार ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व के इस स्थान के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस संबंध में उचित योजना पहले ही पूरी हो चुकी है और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
एक प्रश्न के उत्तर में, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने योजनाबद्ध और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य में एक नई और प्रगतिशील भूमि पूलिंग नीति पहले ही लागू कर दी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों सहित सभी हितधारकों की राय ली जाएगी और उसे ध्यान में रखा जाएगा। भगवंत मान ने दोहराया कि यह जनता की सरकार है और सरकार द्वारा हर निर्णय जनता से परामर्श के बाद ही लिया जाता है।
एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए, मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अतीत में कांग्रेस नेता गैंगस्टरों को संरक्षण देते रहे हैं, जिससे असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि अब उन कांग्रेस नेताओं के परिवारों को इन गुंडा तत्वों से धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये नेता अपने पिछले कार्यों के परिणाम भुगत रहे हैं।