Punjab news, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 8वीं और 12वीं की परीक्षाएं 19 फरवरी से शुरू हो रही हैं। बोर्ड ने परीक्षाओं के लिए जिले भर में 311 परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं।
इसके सुचारू संचालन के लिए विभिन्न सरकारी स्कूलों के लगभग 900 प्रधानाचार्यों और व्याख्याताओं को अधीक्षक और उप अधीक्षक के रूप में ड्यूटी सौंपी है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जैसे ही उन्हें परीक्षा के लिए ड्यूटी सौंपी गई, किसी को पैरों में दर्द होने लगा, तो किसी को सिर, कान और आंख में दर्द होने लगा।
कुछ लोग घर पर किसी रिश्तेदार के यहां होने वाले कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो कुछ लोग अचानक किसी घरेलू समस्या का सामना कर रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि ड्यूटी कटवाने के लिए डीईओ ने कार्यालय के ईमेल पर उपरोक्त समस्याओं का उल्लेख करते हुए लगभग 150 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्हें देखकर शिक्षा विभाग और बोर्ड के अधिकारी चिंतित हैं।
बोर्ड व विभाग यह सोचकर हैरान है कि यदि उक्त स्टाफ को ड्यूटी के दौरान ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वे स्कूलों में अपनी ड्यूटी कैसे निभाते होंगे। इसके साथ ही ड्यूटी कटवाने के कई ऐसे आवेदन भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें सिविल सर्जन द्वारा प्रमाणित मेडिकल प्रमाण पत्र संलग्न हैं।
हालांकि, विभाग ने कहा है कि उसने शुल्क कम करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है और इसलिए सभी आवेदनों को आगे की कार्रवाई के लिए बोर्ड को भेजा जा रहा है, जिस पर बोर्ड को निर्णय लेना होगा।