Punjab News: पंजाब-हरियाणा जल विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है, अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक पत्र जारी कर नंगल डैम और भाखड़ा डैम की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को सौंप दी है, जिसकी तैनाती बहुत जल्द की जा रही है। हालांकि बांधों की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ को सौंपने के लिए कई वर्षों से बातचीत चल रही थी, लेकिन पिछले दिनों चल रहे जल विवाद के बाद गृह मंत्रालय द्वारा आदेश जारी करने से नया मुद्दा उठ खड़ा हुआ है। इस निर्णय का बीबीएमबी कर्मचारी संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है, हालांकि बीबीएमबी ने सीआईएसएफ कंपनी के लिए आवास उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से कुछ मकानों को खाली करवाने के आदेश दिए हैं ताकि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों को आवास उपलब्ध करवाया जा सके।
पिछले 20 दिनों से पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद चल रहा है। हरियाणा 8500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी की मांग कर रहा था, लेकिन पंजाब सरकार ने अतिरिक्त पानी की मांग को खारिज कर दिया क्योंकि पंजाब सरकार का तर्क था कि पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है। जिसके चलते पंजाब सरकार नंगल डैम के ऊपर दिन-रात मोर्चा लगाकर पानी की रक्षा कर रही थी। उसके बाद दोनों राज्यों के बीच जल विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच गया था, लेकिन अब 21 मई से पानी का मुद्दा खत्म हो गया है, क्योंकि हरियाणा को नए सिरे से पानी मिलना शुरू हो गया है।
लेकिन अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नंगल डैम और भाखड़ा डैम की सुरक्षा के लिए 296 सीआईएसएफ जवानों की भर्ती और तैनाती का आदेश दिया है और बीबीएमबी उनके भोजन, आवास और परिवहन का सारा खर्च वहन करेगा। हालांकि पिछले कई वर्षों से बांधों की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ तैनात करने की बात चल रही थी, लेकिन हर बार यह मुद्दा ठंडा पड़ जाता था। लेकिन अब जैसे ही कल पानी का मुद्दा सुलझा, उसी शाम केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक पत्र जारी कर नंगल डैम और भाखड़ा डैम की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को देने की बात कही। हालांकि, पिछले कई महीनों से बीबीएमबी ने बीबीएमबी की विभिन्न कॉलोनियों के सरकारी मकानों के बारे में भी पूछताछ की है कि कौन सी कॉलोनी और कौन से मकान सीआईएसएफ को दिए जाएं।
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बीबीएमबी ने अब बीबीएमबी की सरकारी कॉलोनियों में कई मकानों को खाली करने के आदेश दिए हैं, हालांकि खाली कराए जा रहे मकानों के बदले उन बीबीएमबी कर्मचारियों को अन्यत्र मकान दिए जा रहे हैं। बीबीएमबी कॉलोनियों में जिन स्थानों पर मकान खाली कराए जा रहे हैं उनमें एच ब्लॉक, डबल सी ब्लॉक, डबल जी ब्लॉक, डबल एच ब्लॉक तथा मार्केट ब्लॉक के कुछ मकान शामिल हैं। जिन्हें खाली करके सीआईएसएफ कर्मचारियों को दिया जा रहा है।
इस मामले पर बीबीएमबी का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है, हालांकि बीबीएमबी कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि हमारी यूनियन पिछले कई वर्षों से लगातार सीआईएसएफ का विरोध करती आ रही है क्योंकि जब से भाखड़ा बांध बना है तब से दोनों राज्यों की पुलिस अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है, वहीं मुश्किल वक्त में भी इन राज्यों की पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और जिस तरह से सीआईएसएफ की बात की जा रही है उसके अनुसार अब बांधों की सुरक्षा का जिम्मा भी उन्हें सौंपा जा रहा है और जिसका पूरा खर्च बीबीएमबी उठाएगा, यह खर्च हम उठाएंगे और इस मामले को लेकर बीबीएमबी के कई कर्मचारियों को उनके मकान खाली करने को कहा गया है।