Punjab news, पंजाब सरकार अब नशे के खिलाफ एक्शन मोड में है। ड्रग तस्करों की संपत्तियों पर बुलडोजर चल रहा है। गुरुवार को निगरानी के लिए 5 मंत्रियों की एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई, जिसकी पहली बैठक आज चंडीगढ़ में हुई।
इस बैठक में डीजीपी पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री गौरव यादव और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि 4 अन्य मंत्रियों को कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है। मंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता अमन अरोड़ा, बलबीर सिंह, लालजीत सिंह भुल्लर और तरनप्रीत सोंध इस समिति के सदस्य हैं।
इस अभियान के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पूरे मंत्रिमंडल को अलग-अलग शहर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पहली बैठक में राज्य के सभी जिलों में मंत्रिमंडल के सदस्यों को बांट दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे पास पठानकोट, गुरदासपुर, नवांशहर, रोपड़, तरनतारन और होशियारपुर जिले हैं। हम निकट भविष्य में इन शहरों का दौरा करेंगे और बैठकें आयोजित करेंगे।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इसी प्रकार मंत्री अमन अरोड़ा के पास जालंधर, लुधियाना, पटियाला, कपूरथला, मोहाली और अमृतसर जिले हैं। इसके अलावा तरुणप्रीत सिंह सौंद के पास संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मोगा, फतेहगढ़ और मलेरकोटला जिले हैं। इसी तरह लालजीत सिंह भुल्लर के पास फरीदकोट, मानसा, मुक्तसर, फिरोजपुर और फाजिल्का जिले हैं। मंत्री डॉ. बलबीर पंजाब के लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे और क्लीनिकों की समीक्षा भी करेंगे ताकि कोई भी मरीज वंचित महसूस न करे।
मंत्री चीमा ने कहा कि हम पंजाब भर की माताओं-बहनों से अपील करते हैं कि अगर किसी का बच्चा या पति नशे की लत में है तो वे उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं ताकि वह इस दलदल से बाहर आ सके और नशे की जंजीर को तोड़ सके। हम सभी को मिलकर नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि निकट भविष्य में पंजाब में नशीली दवाओं का दुरुपयोग समाप्त हो जाएगा। यह आम आदमी पार्टी का नशीले पदार्थों के खिलाफ एक बड़ा हमला है।
बैठक के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने राज्य की सभी पार्टियों से एकजुट होकर नशे के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया। अमन अरोड़ा ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान में सभी का सहयोग जरूरी है। पंजाब सरकार द्वारा वहां सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान समयबद्ध नहीं है। यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक नशीली दवाओं का उन्मूलन नहीं हो जाता। इसलिए, नशीली दवाओं के तस्करों को चेतावनी दी जाती है कि वे या तो अपना कारोबार बंद कर दें या राज्य छोड़ दें।