पंजाब में हाल के दिनों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान के कई मामले सामने आए हैं। ऐसा ही एक मामला साल 2016 में भी सामने आया था, जो अमृतसर के रामदवाली मुसलमानों के गांव में हुआ था। इसमें तीन लोगों द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया गया था, जिन्हें पुलिस ने धारा 295ए के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस बीच, सरबजीत सिंह जो पहले से ही जेल में सजा काट रहे थे।
जेल में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने उक्त आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिसके बाद माननीय अदालत द्वारा सरबजीत सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया गया। जिसके बाद कोर्ट द्वारा वांछित व्यक्ति सरबजीत सिंह खुद ढोल की थाप पर भांगड़ा करते हुए थाना गेट हकीम में अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचा।
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पुलिस ने उक्त व्यक्ति की गिरफ्तारी लेने से इनकार कर दिया। कैमरे के सामने न आते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा कि माननीय न्यायालय के आदेश के अनुसार वहां उपस्थित होना होगा, ऐसे में हम गिरफ्तारी नहीं कर सकते।
इस बीच सरबजीत सिंह को गिरफ्तार करने आए शख्स का कहना है कि उसने ईशनिंदा के आरोपी के साथ डील कर ली है। वह कहता है कि गुरु साहब ने उस पर यह कृपा की है और वह खुशी-खुशी ढोल के कारण उसे गिरफ्तार करने आया है। उन्होंने बताया कि एक मामले में वह जेल में सजा काट रहे थे और उसी दौरान ईशनिंदा का आरोपी जेल में आया और उसी दौरान उन्होंने आरोपी से डील कर ली।