पंजाब, फिरोजपुर जिले के गांव वाजिदपुर में गुरुद्वारा जमनी साहिब के लंगर घर में गैस सिलेंडर फटने से वहां लंगर हॉल में लंगर छकते हुए पांच बच्चे बुरी तरह झुलस गए। जिन्हें इलाज के लिए फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनका हाल जानने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव गुरचरण अंग ग्रेवाल आज पहुंचे।
उनके साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अंतरिम कमेटी सदस्य बीबी गुरविंदर कौर भोलूवाला भी पहुंचीं, जहां उन्होंने घायल बच्चों का हाल जाना और उनके माता-पिता से बात की। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान जले हुए बच्चों के इलाज का पूरा खर्च शिरोमणि प्रबंधक कमेटी द्वारा वहन किया जाएगा और अगर इन बच्चों को इलाज के लिए किसी अन्य बड़े अस्पताल में ले जाना पड़ा, तो भी। उसके लिए भी हरसंभव मदद की जायेगी।
जब तक उनका इलाज चलेगा, उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती घायल बच्चों और उनके परिजनों के लिए लंगर पानी की व्यवस्था भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से की गई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से बातचीत की गई है, जिन्होंने बेहतर इलाज देने का आश्वासन दिया है, जिससे बच्चों के वारिसों ने भी संतुष्टि जताई है।
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शुक्रवार को फरीदकोट के गुरुद्वारा जमनी साहिब में सिलेंडर फटने से घायल हुए पांच बच्चों का स्थानीय गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें एक बच्चा 50 फीसदी से ज्यादा जल चुका है और बाकी चार बच्चे 60 से 70 फीसदी तक जल चुके हैं, जिनकी हालत चिंताजनक है।
इतना तो तय है कि अचानक सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ है। जगसीर सिंह, राजपाल सिंह और राम भगवान सिंह नाम के इन बच्चों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई थी। इस संबंध में उनका इलाज कर रहे डॉ. तुषार ने बताया कि ये बच्चे गंभीर रूप से जल गये हैं।