पंजाब, नाभा के पास गांव इच्छेवाल वाल के रहने वाले किसान के इकलौते बेटे 28 साल के विकास की दिल्ली किसान आंदोलन में मौत हो गई। जिसके बाद उनके परिवार में रोजी रोटी कमाने वाला कोई नहीं रहा। किसान संगठन लगातार किसानों के परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
तीन साल बाद सरकार ने उस परिवार में मृतक किसान की बहन को कृषि विभाग में सरकारी नौकरी दी है, गांव के लोगों और किसान संघ ने मृतक की बहन रजनी रानी को नियुक्ति पत्र और सम्मान दिया।
इस मौके पर मृतक की बहन ने कहा कि मैं सरकार को दिल से धन्यवाद देती हूं, जिसने मेरे भाई की मौत के बाद मुझे नौकरी दी है। यह नौकरी मिलने से हमारे परिवार का गुजारा आसानी से हो सकेगा।
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वहीं किसानों ने बताया कि तीन साल बाद सरकार ने इस परिवार को रोजगार तो दिया है, लेकिन इस परिवार का गुजारा करना काफी मुश्किल था। इसके साथ ही किसान नेताओं और परिजनों ने नौकरी मिलने पर सरकार को धन्यवाद दिया।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के विरोध में दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन चल रहा था। इस बीच 378 दिनों तक चले किसान आंदोलन में करीब 700 किसानों की मौत हो गई। इनमें से 600 किसान पंजाब से थे। हालांकि, बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन कृषि कानूनों को वापस ले लिया। जिसके बाद पंजाब सरकार ने किसान परिवारों को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था।