पंजाब, नंगल के साथ लगते एलगरां गांव में स्वान नदी पर करोड़ों की लागत से बना पुल अवैध खनन की भेंट चढ़ गया, जिसके चलते प्रशासन ने पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। इस कारण आसपास के कई दर्जन गांवों और हिमाचल से नूरपुर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा, वहीं रोपड़ और चंडीगढ़ भी प्रभावित हुआ।
इसे देखते हुए ग्रामीणों और समाजसेवियों द्वारा स्वान नदी पर एक अस्थायी सड़क बनाई गई जिस पर राहगीर आ जा सकते हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण यह अस्थायी सड़क कई बार टूट चुकी है क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद सभी हिमाचल प्रदेश में सड़कें सभी घाटियाँ नदी में मिलती हैं।
पानी के तेज बहाव के कारण यह सड़क बह गई है। ग्रामीणों की मांग है कि अगर सरकार यह पुल नहीं बना सकती तो कम से कम इस अस्थायी सड़क को स्थायी तौर पर दुरुस्त कर दे। इस पुल को लेकर सरकार और प्रशासन दोनों ने चुप्पी साध रखी है।
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नंगल के साथ लगते गांव एलगरां में स्वां नदी पर पुल बनाया गया, जिससे आसपास के 2 दर्जन से ज्यादा गांवों को फायदा हुआ, जबकि हिमाचल से पंजाब आने वाले लोग ज्यादातर इसी रास्ते का इस्तेमाल करते थे। करीब एक किलोमीटर लंबे इस पुल के बीच के स्लैब के बीच गैप बढ़ने से पुल के ढहने का खतरा था, जिसके चलते प्रशासन ने इस पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया और इस पुल से आवागमन बंद कर दिया।
सड़क विभाग प्रशासन ने इस पुल का एस्टीमेट बनाकर सरकार को भेज दिया है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इस पुल को लेकर सरकार और प्रशासन दोनों ने चुप्पी साध रखी है। ग्रामीणों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। कोई भी ग्रामीणों का दामन थामने को तैयार नहीं है।