Punjab, पंजाब के शिक्षा विभाग ने हड़ताली शिक्षकों को काम न करने या वेतन न देने का आदेश जारी किया है। शिक्षा सचिव कमल कुमार यादव के आदेश के बाद राज्य में महिला शिक्षकों की हड़ताल पर चर्चा शुरू हो गयी है। दूसरी ओर, शिक्षक संगठनों ने सचिव के इन आदेशों का कड़ा विरोध किया है और इन आदेशों को तानाशाहीपूर्ण निर्णय और लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने कहा है कि इन आदेशों के पीछे विद्यार्थियों की पढ़ाई का बड़ा नुकसान है। बताया गया है कि परीक्षा का दिन नजदीक होने के बावजूद कुछ शिक्षक बिना किसी छुट्टी या पूर्व सूचना के परीक्षा देने चले जाते हैं। इससे कार्यालयों की कार्यशैली और विद्यार्थियों की पढ़ाई को नुकसान हो रहा है।
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सचिव ने आदेश दिया है कि कर्मचारियों/शिक्षण कर्मचारियों की अनाधिकृत/अनधिकृत छुट्टी को गैर-उपस्थिति माना जाएगा और उन दिनों का भुगतान नहीं किया जाएगा। कहा गया है कि ऐसी अनुपस्थिति पर ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ का नियम लागू होगा। यह भी निर्देश दिया गया है कि जिम्मेदार अधिकारी इन आदेशों को अविलंब लागू करें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
गौरतलब है कि पंजाब में सर्व सिख अभियान के कार्यालय कर्मचारी, कंप्यूटर शिक्षक, सीएंडवी कैडर से संबंधित कला और शिल्प शिक्षक सहित कई वर्ग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।