पंजाब, पंजाब के बिजली और लोक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ने आज मोगा में सभी जिला प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक की और विकास कार्यों और जन कल्याण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश जारी किए।
बैठक के दौरान जहां उन्होंने अच्छा काम करने वाले चार अधिकारियों को प्रशंसा पत्र दिए, वहीं काम करने के बदले कथित तौर पर पैसे मांगने वाले पीएसपीसीएल के जेई (सब डिवीजन बिलासपुर) को भी निलंबित कर दिया।
इसके अलावा पीएसपीसीएल में कार्यरत एक कंपनी के कर्मचारी को भी भ्रष्टाचार के आरोप के चलते मौके पर ही नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। इसी प्रकार, अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले कुछ अधिकारियों को तत्काल कारण बताओ नोटिस भी जारी किये गये।
मालूम हो कि आज बैठक के दौरान बिलासपुर गांव के एक ग्रामीण ने आरोप लगाया था कि उक्त जेई ने बिजली पोल लगाने के लिए एक निजी कंपनी के कर्मचारी के माध्यम से 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की है। इसे गंभीरता से लेते हुए कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ने मौके पर ही जेई को सस्पेंड करने और निजी कंपनी के कर्मचारी को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया।
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उन्होंने सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने के लिए डिप्टी कमिश्नर श्री विश्च सारंगल को सभी एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से सभी स्कूलों की अघोषित जांच कराने को कहा। जहां भी कोई कमी सामने आए, उचित कार्रवाई की जाए।
बैठक के दौरान हरभजन सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो प्रोजेक्ट पास हो चुके हैं। इन्हें जल्द से जल्द चालू कराया जाए। अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों के श्रमिक कार्ड बनाये जायें। पटवारियों का युक्तियुक्तकरण किया जाए। किसी भी शिलान्यास, उद्घाटन एवं जनकल्याणकारी कार्य में निर्वाचित प्रतिनिधियों को अवश्य विश्वास में लिया जाये।