रोहतक। रोडवेज कमियों की मांग व समस्याओं का समाधान न करके महाप्रबंधक रोहतक लगातार कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। रोडवेज जी एम रोहतक कर्मचारियों की आवाज को दबाने के लिए लगातार कर्मचारियों को निलंबित कर रहा है और कर्मचारियों की ट्रांसफर करने के लिए पत्र लिख रहा है। यह कहना है रोहतक के रोडवेज जीएम के खिलाफ हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ का जिन्होंने रोहतक के बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया।
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ राज्य महासचिव जगदीप लाठर ने कहा कि धरना प्रदर्शन रोहतक के जीएम के खिलाफ किया जा रहा है। जीएम के रवैया कर्मचारी विरोध होने के कारण यह कदम उठाया है। उन्होंने जीएम को कर्मचारियों की मांगों का ज्ञापन सौंपा था। उस दौरान कर्मचारियों के साथ मीटिंग का समय दिया था। लेकिन अब बैठक करने से मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जीएम ना तो कर्मचारियों की समस्याएं सुनते हैं और ना ही उन समस्याओं का समाधान किया है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांग को उठाने वाले कर्मचारियों को दबाने की नियत से निलंबित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि रोडवेज के जीएम ऑफिस में भी नहीं रहते। जिसके कारण जो कर्मचारी अपनी समस्याएं व काम लेकर ऑफिस जाते हैं, तो उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। इसलिए कर्मचारियों में जीएम के प्रति रोष है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
डिपो प्रधान सोनू हुड्डा ने कहा कि कर्मचारियों की मांग व समस्याओं का समाधान ना करके महाप्रबंधक लगातार कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है। जीएम कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान ना करके कर्मचारियों की आवाज को दबाने का कार्य कर रहा है और हठ धर्मिता को अपनाए हुए हैं। पॉलिसी से बाहर जाकर किलोमीटर स्कीम की बसों को अतिरिक्त फायदा पहुंचा रहा है। कर्मचारियों का एसीपी बकाया है, समय पर शिक्षा भत्ता नहीं दिया जा रहा और कर्मचारियों के मेडिकल बिल भी लंबे समय से रोके गए हैं।