प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो के दौरे पर पहुंचे। पीएम मोदी के पहुंचने पर उनका ग्रैंड वेलकम किया गया। उनके साथ सीएम मोहन यादव और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा भी मौजूद थे। अटल जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने यहां केन-बेतवा नदी का जल मिलाकर दोनों नदियों का संगम कराया और केन-बेतवा लिंक परियोजना की आधारशिला रखी।
60 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा लाभ
पीएम मोदी दोपहर 12.40 पर खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे थे, जहां से वो सीधे कार्यक्रम स्थल मेला ग्राउंड पहुंचे। यहां पीएम की सुरक्षा के लिए 4 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए थे। आपको बता दें कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से एमपी-यूपी के 1900 से ज्यादा गांवों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। केन और बेतवा नदी के जोड़े जाने से मध्यप्रदेश के 40 लाख और यूपी के 20 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ होगा।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर खजुराहो में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने खजुराहो में रिमोट से देश के पहले ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी जल संकट के स्थाई सामाधान के लिए नहीं सोचा।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी 100वीं जन्म-जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा। pic.twitter.com/pHEoDRsi8Y
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2024
भारत के लिए नदी जल का महत्त्व क्या है, इसको समझने वाले लोगों में बाबा साहब आंबेडकर पहले व्यक्ति थे। देश आजाद होने के बाद सबसे पहले जल शक्ति के लिए, पानी के लिए दूरदृष्टि आयोजन, पानी का सामर्थ के बारे में सबसे पहले बाबा साहब ने सोचा था। इस सच्चाई को दबाकर रखा गया।
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर खजुराहो में उनकी स्मृति में डाक टिकट भी जारी किया। साथ ही खजुराहो में उनकी स्मृति में स्मारक सिक्का जारी किया। इसके बाद पीएम मोदी का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खजुराहो में देश की पहली केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के शिलान्यास अवसर पर स्मृति चिन्ह भेंट किए। पीएम मोदी ने बाबा साहब आंबेडकर को जल शक्ति योजनाओं का क्रेडिट दिया।