पंजाब सरकार राज्य के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के दावे कर रही है, लेकिन कोटकपूरा के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को खास दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस अस्पताल में जहां छह विशेषज्ञ चिकित्सक के पद रिक्त हैं। इसके अलावा ईएमओ के सात पद भी लंबे समय से नहीं भरे गए हैं। जिससे आपातकालीन सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक की कमी से भी लोग परेशान हैं और निजी अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर हैं।
इस मामले में जब शहर के समाजसेवियों और इलाज कराने आए लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की कमी के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सिविल अस्पताल कोटकपूरा में डॉक्टरों की कमी को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
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इस बारे में बात करने पर सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. हरिंदर गांधी ने कहा कि डॉक्टरों की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों और सरकार को समय-समय पर लिखा जाता रहा है। वहीं डॉक्टरों की कमी भी जल्द पूरी होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हालांकि सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है, लेकिन उनका प्रयास है कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को कोई परेशानी न हो।