रोहतक : एक कहावत है कि समय के साथ काफी कुछ बदल जाता है। ऐसा ही कुछ पीजीआईएमएस में हुआ हैं। एक समय था जब लोग आधुनिक तकनीक से इलाज करवाने के लिए छोटे शहरों से दिल्ली की तरफ जाते थे लेकिन अब हरियाणा सरकार व कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल, निदेशक डाॅ. एस.के. सिंघल व विभागाध्यक्ष डाॅ. रूप सिंह द्वारा हड्डी रोग के इलाज में उपयोग होने वाली सभी अत्याधुनिक उपकरण पीजीआईएमएस में उपलब्ध करवा दिए गए हैं, इसके चलते अब दिल्ली व अन्य राज्यों के कई मरीज वहां इलाज ना करवा के पीजीआईएमएस रोहतक में अपने इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
यह कहना है पीजीआईएमएस के हड्डी रोग विभाग के यूनिट दो के अध्यक्ष डाॅ. आशीष देवगन का। वें पीजीआई के एलटी वन में आयोजित दो दिवसीय पीजी कोर्स में हिस्सा ले रहे थे।
डाॅ. आशीष देवगन ने बताया कि संस्थान में खिलाडियों को उनकी चोट के इलाज के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ऑपरेशन या फिजियोथेरेपी के माध्यम से उन्हें ठीक करके उनकी खेलों में वापसी करवाई जा रही है, जोकि एक बहुत बडी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि संस्थान में लिगामेंट, छल्ले टूटना या कंधे इत्यादि की चोट से पीड़ित खिलाडी संस्थान में ज्यादा आ रहे हैं। डाॅ. देवगन ने बताया कि गत दिवस तीन खिलाडियों को लगी चोट का एक्सरे, एमआरआई की रिपोर्ट पर विशेषज्ञों के साथ करीब ढाई घंटे तक मंथन किया गया था।
उन्होंने बताया कि अब उन मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा। डाॅ. देवगन ने कहा कि कई बार तो कई प्राइवेट अस्पताल में ठीक नहीं होने पर भी मरीज संस्थान में इलाज कराने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान में सभी अत्याधुनिक फिजियोथैरेपी की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जिससे खिलाड़ी को जल्दी रिकवरी मिलती है। फिजियोथेरेपी के माध्यम से मरीज को कई बार बिना ऑपरेशन भी ठीक किया जा सकता है।
डाॅ. देवगन ने कहा कि हम लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो हमें हर 2 घंटे बाद 15 मिनट के लिए स्ट्रेचिंग और कमर की मांसपेशियों को मजबूत रखने के लिए एक्सरसाइज जरूरी है।