parrot lover : शहरों में जहां पक्षियों की संख्या लगातार घट रही है, वहीं राजकोट के नवनीतभाई अग्रवाल पक्षी प्रेम का ऐसा उदाहरण पेश कर रहे हैं, जिसे जानकर हर कोई हैरान है।
आयकर विभाग में कार्यरत नवनीतभाई के घर हर दिन करीब 250 से ज्यादा तोते आते हैं। ये तोते तीन शिफ्ट्स में आते हैं—सुबह, दोपहर और शाम। इसके अलावा, उनके घर गिलहरियां भी नियमित रूप से भोजन का आनंद लेती हैं।
parrot lover एक छोटी शुरुआत से बड़ा बदलाव
नवनीतभाई ने अपनी यह यात्रा छोटी शुरुआत से की थी। उन्होंने शुरुआत में सिर्फ एक-दो मुट्ठी मक्का डालना शुरू किया था। लेकिन, आज यह बढ़कर दो किलो मक्का प्रतिदिन हो गया है।
तोते ही नहीं, बल्कि गिलहरियां भी इस मक्का का भरपूर फायदा उठाती हैं।
parrot lover पक्षियों का शहर की ओर रुख करना
नवनीतभाई के अनुसार, अत्यधिक कीटनाशकों के उपयोग के कारण पक्षी, विशेषकर तोते, अब खेतों से शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। उनका घर राजकोट का पहला ऐसा स्थान बन गया है, जहां इतने बड़े पैमाने पर तोते नियमित रूप से आते हैं। इसके अलावा, 7-8 तोते उनके बालकनी में दिनभर के स्थायी मेहमान बने रहते हैं।
पक्षी हमारे संदेश भगवान तक पहुंचाते हैं।”
आज भी तोतों के साथ-साथ गिलहरियां उनके सबसे नियमित मेहमानों में शामिल हैं।
शहरों में पक्षियों की घटती संख्या पर चिंता
आज जब शहरीकरण और अत्यधिक प्रदूषण के कारण पक्षियों की संख्या तेजी से घट रही है, नवनीतभाई जैसे पक्षी प्रेमी समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनके प्रयास न सिर्फ इन मौन प्राणियों की मदद कर रहे हैं, बल्कि हमें प्रकृति से जुड़ने की अहमियत भी सिखाते हैं।
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पक्षी प्रेम
नवनीतभाई का पक्षियों के प्रति यह प्रेम नया नहीं है। उन्होंने बताया कि जब वह सरकारी क्वार्टर में रहते थे, तब 7-8 मोर नियमित रूप से उनके पास आते थे। नवनीतभाई न सिर्फ उन्हें भोजन कराते थे, बल्कि मानते हैं कि,
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