Wednesday, December 11, 2024
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दर्द भरी शायरी: कभी महसूस हो तुझे मेरी कमी, तो इसकी वजह भी खुद से पूछ लेना

धीरेंद्र कुमार शुक्ला

जब हमारे अंदर तकलीफें होती है। हमें धोखा मिला होता है और अपनों के सताए हुए पल याद आते हैं। तब हमें शायरी गुनगुनाने का मन करता है। आज हम आपको ऐसी शायरी सुनाने जा रहे हैं जिनको पढ़कर आपकी आंखों से आंसू छलक जाएंगे। क्योंकि जब हमारे अपने हमें धोखा देकर जाते हैं हमें यह एहसास करा कर जाते हैं कि आप उनके जीवन में किसी भी तरह का कोई एहसास नहीं बन सकते। तो उस समय हम बहुत हर्ट होते हैं। खुद से टूट जाते हैं तब हमें शायरी और सॉन्ग बहुत अच्छे लगने लगते हैं।

दिल को छू लेने वाली शायरी

जैसा दर्द हो वैसा मंज़र होता है मौसम तो इंसान के अंदर होता है

मैंने जिंदगी में बहुत सारी गलतियां की, लेकिन मुझे सजा वहां मिला जहां में वफादार था।

भर जाएंगे जख्म तो आऊंगा दोबारा, मैं हार गया जंग, मगर दिल नहीं हारा

अधूरी कहानी पर खामोश होठों का पहरा है। हमारी जिंदगी में दर्द बहुत गहरा है।

होंगे जब जुदा तो प्यार का बंटवारा कर लेंगे, सारी खुशियां तुम ले जाना हम तुम्हारी यादों से गुजारा कर लेंगे।

इस तरह याद आकर बेचैन ना किया करो, एक ही सजा काफी है पास नहीं हो तुम।

मुझको रुला कर दिल उसका भी रोया होगा, उसकी आंखों पर भी आंसू तो आया होगा, अगर ना किया कुछ हासिल हमने प्यार में, उसने भी कुछ ना कुछ तो खोया होगा।

अकेला खुश हूं मैं अब परेशान मत कर, इश्क है तो इश्क कर एहसान मत कर।

आदत बदल सी गई है वक्त काटने की, अब तो हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की।

चार दिन आंखों में नमी होगी,मैं मर भी जाऊं तो क्या कमी होगी

तुम्हारी यादों के साए में दिल कभी भी रोता है, क्योंकि वह अलग होने का दर्द हमेशा महसूस होता है।

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