लोकसभा क्षेत्र संगरूर से बीजेपी के उम्मीदवार अरविंद खन्ना सोमवार को भवानीगढ़ में चुनावी बैठकों के दौरान अग्रवाल भवन पहुंचे, इस दौरान खन्ना को किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जुटे किसानों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और बीजेपी के विरोध में अरविंद खन्ना को काले झंडे दिखाए।
जानकारी के अनुसार, भाजपा प्रत्याशी खन्ना ने सोमवार को शहर में अलग-अलग स्थानों पर कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी बैठकें कीं। इसकी जानकारी होने पर भाकियू (उगराहां) के नेतृत्व में अग्रवाल भवन के सामने एकत्र हुए किसानों ने हाथों में काले झंडे लेकर हाईवे की सर्विस रोड पर धरना दे दिया।
वहीं किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी भारी फोर्स के साथ मौके पर तैनात रहा और किसानों को खन्ना की चुनावी सभा से 100 मीटर की दूरी पर रस्सी लगाकर रखा, इस दौरान किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। केंद्र की मोदी सरकार और अरविंद खन्ना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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इस मौके पर किसान नेता मंजीत सिंह घराचों ने कहा कि किसानों के साथ हिंसा के कारण भाजपा ने दिल्ली आंदोलन और खनुरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण सिंह को गोली मारकर लगभग 900 किसानों की हत्या कर दी। किसानों का आरोप है कि इतना कुछ होने के बाद भी अरविंद खन्ना समेत किसी भी बीजेपी नेता ने किसानों के पक्ष में बात नहीं की, जिसके चलते वे बीजेपी और उसके उम्मीदवारों का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने पंजाब के लोगों से चुनाव के दौरान बीजेपी का सामना न करने की अपील की। उधर, पत्रकारों से बातचीत में अरविंद खन्ना ने दावा किया कि वह पिछले 15 साल से क्षेत्र के लोगों की सेवा कर रहे हैं। वह कभी भी किसान विरोधी नहीं हैं, उन्होंने हमेशा किसानों के पक्ष में बात की है।’ एक सवाल के जवाब में खन्ना ने कहा कि किसान नहीं, बल्कि यूनियनें विरोध कर रही हैं।