रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (PGIMS) की चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी के हड्डी रोग विभाग में भी अब मरीजों को मशीनों के माध्यम से फिजियोथैरेपी सुविधा भी प्रदान की जाएगी। इस नई सुविधा का उद्घाटन कुलपति प्रो. डॉ. एच.के. अग्रवाल, निदेशक डॉ. एस.के. सिंघल, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. कुंदन मित्तल और आर्थोपेडिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. रूप सिंह ने किया।
कुलपति डॉक्टर एच के अग्रवाल ने कहा कि अब हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों को अच्छी फिजियोथैरेपी सुविधा प्रदान करने के लिए दो मशीन लगवाई गई है ताकि मरीजों को चिकित्सा के नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके। इस ओपीडी में दो अत्याधुनिक फिजियोथेरेपी मशीनें स्थापित की गई हैं जो रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान करेंगी।
कुलपति प्रो. डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पीजीआईएमएस रोहतक का उद्देश्य अधिक से अधिक मरीजों को गुणवत्तापूर्ण फिजियोथेरेपी सेवाएं उपलब्ध कराना है ताकि वे शीघ्र स्वस्थ होकर सामान्य जीवन व्यतीत कर सकें। उन्होंने कहा कि नई फिजियोथेरेपी ओपीडी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे रोगियों को बहुत लाभ होगा। डॉ अग्रवाल ने कहा कि फिजियोथेरेपी के माध्यम से मरीज बिना दावों के भी ठीक हो सकता है ऐसे में फिजियोथैरेपी मरीज के लिए बहुत अहम रोल अदा करती है।
निदेशक डॉ. सिंघल ने कहा कि पीजीआईएमएस रोहतक में फिजियोथेरेपी सेवाओं का विस्तार करना हमारी प्राथमिकता है। नई फिजियोथेरेपी ओपीडी के शुरू होने से रोगियों को अपनी बीमारियों से जल्दी ठीक होने में मदद मिलेगी और वे अपने जीवन को सामान्य बना सकेंगे।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुंदन मित्तल ने बताया कि फिजियोथेरेपी कई प्रकार की बीमारियों और चोटों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह न केवल दर्द को कम करने में मदद करती है, बल्कि रोगियों को अपनी शारीरिक क्षमता को पुनः प्राप्त करने में भी सहायता करती है।
डॉ कुंदन ने कहा कि फिजियोथेरेपी के माध्यम से रोगी अपने जीवन को सामान्य बना सकते हैं और अपनी दैनिक गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं।
फिजियोथेरेपी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर रूप सिंह ने बताया कि पीजीआईएमएस रोहतक में हड्डी रोग विभाग की ओपीडी के साथ फिजियोथेरेपी ओपीडी सेवाओं का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण कदम है जो रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान करेगा। इस नई सुविधा से रोगियों को अपनी बीमारियों से जल्दी ठीक होने में मदद मिलेगी और वे अपने जीवन को सामान्य बना सकेंगे।
डॉ रूप सिंह ने बताया कि इससे पहले सभी मरीजों को पुरानी बिल्डिंग में जाना पड़ता था अब इससे काफी मरीज को यही नई ओपीडी में कमरा नंबर 42 भी इलाज मिल सकेगा।
हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर एवं जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉक्टर उमेश यादव ने कहा कि पीजीआईएमएस रोहतक का यह प्रयास मरीजों के लिए एक बड़ा सहारा साबित होगा।
इस अवसर पर डॉ आशीष देवगन,डॉक्टर हेमंत मोर, डॉ बिजेंद्र ढिल्लो,डॉ अजय श्योराण,डॉ उमेश यादव, डॉ भावना, डॉक्टर पूनम, डॉक्टर डिंपल, विक्रम यादव सहित कई चिकित्सक उपस्थित रहे।