आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने बुधवार को शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा।उन्होंने कहा बड़े शर्म की बात है कि नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की सूची टॉप 100 शिक्षण संस्थानों में हरियाणा का एक भी कॉलेज नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में बीजेपी ने हरियाणा को गर्त में धकेल दिया है। बीजेपी को हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी ने हमेशा कहा है कि हरियाणा के शिक्षा विभाग में शिक्षकों के 70 हजार पद खाली हैं। परंतु पहले खट्टर साहब और अब नायब सैनी ने इस पर एक शब्द नहीं बोला। हरियाणा में सबसे बुरा हाल स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज का है। जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। हाईकोर्ट भी पांच लाख रुपए का जुर्माना लगा चुका है कि कागजों में नहीं धरातल पर काम करो। लेकिन लगातार हालत खराब होती रही।
उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) ने पूरे भारत के सर्वश्रेष्ठ 100 शिक्षण संस्थानों की लिस्ट जारी की है। लेकिन बड़े शर्म की बात है कि इन सर्वश्रेष्ठ 100 शिक्षण संस्थानों में हरियाणा का एक भी शिक्षण संस्थान नहीं है। इन टॉप 100 शिक्षण संस्थानों में दिल्ली की 7 संस्थाएं शामिल हैं इनमें से भी 3 टॉप 10 में शामिल हैं। इसी तरह टॉप 100 में पंजाब की 6 संस्थाएं शामिल हैं। लेकिन हरियाणा की एक भी संस्था नहीं, हरियाणा की ऐसी बुरी हालत क्यों है?
उन्होंने कहा कि हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है। हरियाणा के छात्रों के साथ अन्याय न हो, केवल भ्रष्टाचार के अड्डे न चढ़े और हरियाणा में नए स्कूल बनें। बीजेपी सरकार में हरियाणा में 3000 सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं और दिल्ली में 24000 नए क्लासरूम बने हैं। आज बीजेपी ने हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से तबाह करके भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है।