NHAI ने घोषणा की है कि वह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत पर्यावरणीय सुधारों को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपये के ग्रीन बॉन्ड जारी करेगा। इन बॉन्डों का उद्देश्य सौर ऊर्जा से स्ट्रीट लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, वन्यजीवों के लिए अंडरपास, और अन्य हरित उपायों के लिए धन जुटाना है। यह कदम एनएचएआई के पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
ग्रीन बॉन्ड के जारी होने से प्राप्त राशि का उपयोग विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों में किया जाएगा, जैसे कि एवेन्यू और मीडियन प्लांटेशन, अक्षय ऊर्जा पर आधारित सड़क लाइटिंग, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, और प्राकृतिक जल निकासी प्रणालियों का निर्माण। यह पहल न केवल सड़क निर्माण को पर्यावरण के अनुकूल बनाएगी, बल्कि वाहनों के उत्सर्जन को कम कर दीर्घकालिक लागत बचत भी सुनिश्चित करेगी।
एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव के अनुसार, यह परियोजना हरित राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रीन बॉन्ड निर्गम से पर्यावरणीय परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ऊर्जा खपत कम होगी और पर्यावरणीय प्रभाव में कमी आएगी। डीएमई डेवलपमेंट लिमिटेड (डीएमईडीएल), जो इस परियोजना के वित्तपोषण, निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी संभालता है, इस ग्रीन बॉन्ड इश्यू को पूरा करने के लिए सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड फ्रेमवर्क और सेबी दिशानिर्देशों का पालन करेगा।
डीएमईडीएल ने केयर एज एनालिटिक्स को थर्ड-पार्टी समीक्षक के रूप में नियुक्त किया है, जो ग्रीन गतिविधियों की पहचान और प्रमाणन करेगा।