हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (HSGPC) का प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) से उनके आवास ‘संत कबीर कुटीर’ पर मिला।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कमेटी के नव-चयनित सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह सिख समाज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। वर्तमान सरकार के तीसरी बार गठन के बाद पहली बार हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चुनाव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुए हैं। यह समिति राज्य में सिख गुरुद्वारों के संचालन और प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएगी।
9 सदस्य सर्वसम्मति से चयनित किए
उल्लेखनीय है कि इससे पहले समिति के 40 सदस्य निर्वाचित हुए थे। अब अन्य 9 सदस्य सर्वसम्मति से चयनित किए गए हैं, जिनमें से कई सदस्य आज मुख्यमंत्री से भेंट करने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री सैनी ने प्रतिनिधिमंडल से आशा व्यक्त कि वे ‘गुरु घर’ के कार्यों को पारदर्शिता एवं निष्काम भाव से करें। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार समिति को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी, ताकि यह समाज हित में सशक्त कार्य कर सके और अपनी एक स्थायी पहचान स्थापित कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समिति के माध्यम से सिख समाज के लिए जो भी कार्य किए जाएंगे, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।
प्रतिनिधिमंडल ने सिख समाज से संबंधित कुछ सुझाव भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखे, जिन पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया।
CM सैनी बोले- मान सरकार को पानी जैसे मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए
पानी के मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि पंजाब और हरियाणा आपस में भाईचारे के सूत्र में बंधे हैं। हम सब एक हैं। मान सरकार को पानी जैसे मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। जिस पानी पर हरियाणा का अधिकार है, वह उसे दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुओं की शिक्षाओं के अनुरूप पानी का समान वितरण होना चाहिए, ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके।
इस अवसर पर सिख समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधि जगदीश सिंह झींडा, बलजीत सिंह दादूवाल, गुलाब सिंह मुनक, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।