दिल्ली में पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के संसदीय दल की बैठक हुई। इस बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है।
नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव NDA की बैठक में रखा गया। राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव पेश किया है। प्रस्ताव को नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, अमित शाह, नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चिराग पासवान ने समर्थन दिया है। बैठक में भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, भाजपा शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी के साथ एनडीए के घटक दलों के नेता और सांसद भी मौजूद रहे।
नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं आप सबका हृदय से बहुत आभार व्यक्त करता हूं। जो साथी विजयी होकर आए हैं वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं। मेरा सौभाग्य है कि एनडीए संसदीय दल के नेता रूप में आप सबने सर्वसम्मिति से चुनकर मुझे एक नया दायित्व दिया है इसके लिए मैं आपका आभारी हूं।
बैठक में टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने मोदी को बधाई दी है और उनकी जमकर तारीफ भी की है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। नायडू ने कहा कि हम सबका साथ, सबका विकास और विकसित भारत के लिए उन्हें अपना समर्थन देते हैं।
नीतीश कुमार ने कहा, 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं और ये फिर प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं। पूरा भरोसा है की जो कुछ भी बचा है ये सब पूरा कर देंगे। हर राज्य का जो है सब पूरा करेंगे। बिना मतलब का बात बोलकर ये लोग कोई काम किए है आजतक? बिहार का सब काम हो ही जाएगा जो बचा हुआ है। जो आप चाहेंगे वो होगा।
नितिन गडकरी ने कहा, पिछले 10 साल में मोदी नेतृत्व में कार्य करने का सौभाग्य हमें मिला हमारा देश सुखी हो संपन्न हो समृद्ध हो विश्व की महाशक्ति बने और समाज के सर्वांगिन क्षेत्र में उन्नति और विकास हो इसके लिए समर्पित भाव से उन्होंने (मोदी) काम किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जो प्रस्ताव रखा है मैं उसका अनुमोदन करता हूं।
18वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने के लिए आज (शुक्रवार) अपना दावा पेश करेगा।
बता दें गुरुवार को भाजपा के नेतृत्व ने नई सरकार के गठन को लेकर दिनभर कई दौर की बैठकें की। इनमें आरएसएस के पदाधिकारी और भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
बता दें कि इस बार NDA को 293 सीटों के साथ बहुमत मिला है। वहीं भाजपा को अकेले दम पर 240 सीटें मिलीं हैं।