चंडीगढ़। हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद सियासी फेरबदल के बीच नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है। इसके बाद उन्होंने पूर्व सीएम खट्टर के पैर भी छुए। राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई। नायब सैनी 2014 में पहली बार विधायक बने थे। वह कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं और ओबीसी का प्रमुख चेहरा माने जाते हैं। सैनी पूर्व में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2023 में उन्होंने हरियाणा बीजेपी की कमान संभाली थी। शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने निवर्तमान सीएम मनोहर लाल खट्टर के पैर छूकर आर्शीवाद लिया।
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— Haryana BJP (@BJP4Haryana) March 12, 2024
विज को मनाने पहुंचे भाटिया
सीएम के बाद कंवरपाल गुर्जर ने मंत्री पद की शपथ ली। कंवरपाल हरियाणा के यमुनानगर जिले के रहने वाले है। वह इससे पहले भी शिक्षा मंत्री, वन मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वह हरियाणा विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं। कंवर पाल गुज्जर, मूल चन्द शर्मा, रणजीत सिंह, जेपी दलाल और बनवारी लाल ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। फिलहाल इन पांच मंत्रियों ने शपथ ली है और इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह समाप्त हो गया है। वहीँ डिप्टी सीएम अनिल विज अभी तक राज भवन में नहीं पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि वह अपने जूनियर नायब सैनी के अंडर में काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। सूत्रों से खबर है कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें मनाने के लिए करनाल से पार्टी सांसद संजय भाटिया को अंबाला कैंट में उनके आवास पर भेजा है। अनिल विज नायब सिंह सैनी को सीएम बनाए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं।
जेजेपी के 4 विधायक पहुंचे
हरियाणा में शपथ ग्रहण से पहले राजभवन में जेजेपी के बबली समेत 4 विधायक राजभवन पहुंच गए हैं। ये हैरानी वाली बात इसलिए है, क्योंकि आज सुबह ही भाजपा ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद ही मनोहर लाल खट्टर ने कैबिनेट समेत इस्तीफा दे दिया था। हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले मनोहर लाल खट्टर ने कैबिनेट समेत इस्तीफा दे दिया था। विधायक दल की बैठक ने नायब सैनी को नेता चुना है। बीजेपी ने एक सैनी के जरिए सब सधे वाला सियासी दांव चला है। हरियाणा ही नहीं राजस्थान और पश्चिमी यूपी को भी सियासी संदेश देने की रणनीति मानी जा रही है।
जेजेपी से अलग होने का फैसला
बीजेपी ने पहले उन्हें हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी और अब मुख्यमंत्री का ताज उनके सिर सजा दिया। बीजेपी ने सत्ता नेतृत्व का परिवर्तन ऐसे समय किया है, जब लोकसभा चुनाव की सियासी तपिश गर्म है और उसके बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी का हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर कब्जा है और 2024 में उसे हरहाल में बरकरार रखने की कोशिश में है, जिसकी वजह से जेजेपी से अलग होने का फैसला स्वीकार कर लिया है, लेकिन एक सीट छोड़ने के लिए रजामंद नहीं हुई। ऐसे में सवाल उठता है कि जाट बहुल हरियाणा में बीजेपी ने ओबीसी समुदाय का सीएम क्यों बनाने का फैसला किया।
पिछड़े समुदाय को साधने में जुटी बीजेपी
दरअसल, कांग्रेस और इनोलो ने हरियाणा की सत्ता में रहने के दौरान जाट समुदाय के इर्द-गिर्द अपनी सियासत को रखे थे, लेकिन बीजेपी ने गैर-जाटों के बीच नया वोट बैंक तैयार किया। बीजेपी ने अब पिछड़े समुदाय को साधने की कोशिश में जुट गई है। बीजेपी ने पहले नायब सिंह सैनी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी और अब सत्ता की कुर्सी उनके हवाले कर रही है।जब उन्हें अध्यक्ष बनाया गया तब इसे एक संतुलनकारी पहल के तौर पर देखा गया था, लेकिन अब समीकरण बदल गए हैं। मनोहर लाल खट्टर बड़े पंजाबी चेहरे हैं, जिनके विकल्प के तौर पर अनिल विज और भव्य बिश्नोई को डिप्टी सीएम तो नायब सिंह सैनी को सीएम। बीजेपी ने तीनों ही चेहरे गैर-जाट समुदाय से हैं।
सभी हरियाणावासियों को मेरा नमस्कार।
आपने मुझे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया इसको मैं अपना सौभाग्य मानता हूँ और हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति का दिल की ग़हराइयों से आभार प्रकट करता हूँ। हरियाणा के हित और जनता के कार्यों के लिए आपका समर्थन और…
— Dushyant Chautala (@Dchautala) March 12, 2024
दुष्यंत चौटाला ने किया एक्स पर पोस्ट
दुष्यंत चौटाला ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘आपने मुझे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया इसको मैं अपना सौभाग्य मानता हूं और हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति का दिल की ग़हराइयों से आभार प्रकट करता हूं। हरियाणा के हित और जनता के कार्यों के लिए आपका समर्थन और सहयोग मेरे लिए हमेशा ऊर्जादायक रहा है। सीमित समय और सीमित संख्या के साथ हमने दिन रात हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए लगाए हैं। हमने हरियाणा के हर वर्ग और हर क्षेत्र के काम सरकार में करवाये हैं। हमारे मुश्किल और संघर्ष के दौर में आपने हम पर जो भरोसा लगातार जताया है और जो साथ हमेशा दिया है उसके लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि जननायक चौधरी देवीलाल जी के कदमों पर चलते हुए, मैं हरियाणा और हरियाणा के लोगों के हितों की रक्षा के लिए सदैव समर्पित रहूंगा। हरियाणा के लोगों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के हमारे प्रयास लगातार जारी रहेंगे। सहयोग और साथ के लिए प्रत्येक हरियाणावासी का आभार प्रकट करता हूं।’