बहादुरगढ़। इनेलो के हरियाणा प्रमुख नफे सिंह राठी की बहादुरगढ़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष एवं बहादुरगढ़ से दो बार विधायक रह चुके नफे सिंह राठी की हत्या से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। नफे सिंह राठी की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के प्रिय साथियों और इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के विश्वासपात्रों में होती थी।
3 भाजपा नेताओं सहित 7 पर FIR
बता दे बराही रेलवे फाटक के पास इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी और उनके गनमैन जयकिशन की गोली मारकर रविवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस जघन्य हत्याकांड को हमलावरों ने सिर्फ 2 मिनट के अंदर अंजाम दिया। हाइटैक हथियारों से लैस बदमाशों ने 40 राउंड से ज्यादा गोलियां चलाई। लाइनपार थाना में नफे सिंह राठी के भांजे और कई सालों से बतौर ड्राइवर साथ रहने वाले राकेश उर्फ संजय की शिकायत पर पुलिस ने भाजपा के पूर्व MLA नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार, राहुल, कमल और गौरव के खिलाफ हत्या समेत धारा 302, 307, 147, 148, 149, 120बी, आर्म्स एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है।
CCTV में नजर आई कार
हमलावर किस तरफ से आए और घटना के बाद किधर गए? यह जानने के लिए पूरे इलाके में सड़कों और दुकानों के बाहर लगे CCTV कैमरों की फुटेज पुलिस ने खंगाली। पुलिस के हाथ एक CCTV फुटेज भी लगा है। दिनदहाड़े इस हत्याकांड की सनसनीखेज वारदात के इस सीसीटीवी फुटेज में हमलावर दिखाई दिए हैं। उन्होंने वारदात को अंजाम देने से पहले काफी देर तक नफे सिंह के आने का इंतजार किया। फुटेज घटनास्थल से कुछ दूरी पर का है। चारों शूटर्स कार के जरिए आए थे। सूत्रों के अनुसार, हमलावर फरीदाबाद नंबर की सफेद रंग की आई-20 कार में सवार थे। पुलिस के हाथ जो फुटेज लगी है, उसमें हमलावर कार के अंदर ही बैठे मोबाइल पर बात करते हुए भी दिख रहे है।
FIR में बताई हत्याकांड की वारदात
FIR के मुताबिक, बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 स्थित एसएफसी-041 निवासी राकेश उर्फ संजय (50) ने बताया कि वह अपने मामा नफे सिंह राठी निवासी 8 बिसवा जटवाड़ा बहादुरगढ़ के साथ गाड़ी पर ड्राईवरी करता है। 25 फरवरी को आसौदा गांव से सामाजिक कार्य करके बहादुरगढ़ से वापस आ रहे थे। हम गाड़ी नंबर HR-12 ए एफ-0011 फॉरच्यूनर सफेद रंग से वापस आ रहे थे। मैं गाड़ी चला रहा था और मेरे मामा नफे सिंह साथ वाली सीट पर बैठे थे। गाड़ी में पीछे वाली सीट पर गांव कबलाना निवासी संजीत और लाइनपार निवासी जयकिशन बैठे थे।
जब हम समय करीब 5.15 PM पर बराही फाटक से पहले गाड़ी में आ रहे से तो मैंने एक सफेद रंग की कार कार के अंदर लगे शीशे में पीछा करते हुई दिखाई दी और कुछ आवाज भी आई तो मैंने गाड़ी की रफ्तार तेज करनी चाही। लेकिन उस वक्त रेलवे फाटक सामने बंद दिखाई दिया। जिसके कारण मैंने गाड़ी रोकी तो एका एक 5 लड़के अपने हथियारों (पिस्टल) सहित सफेद कार से उतर कर आए और ललकारा कि सतीश, कर्मबीर राठी और नरेश कौशिक से दुश्मनी करने का सबक सिखा दो इसको और उन्होने हम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की।
जो मुझे बाई बाजू, बाई साथल व बाई तरफ पासु में गोली लगी। उनमें से एक व्यक्ति मेरी ड्राईवर खिड़की पर आया व बोला तुझे जिंदा छोड़ रहा है जाकर इनके घर बता दियो कि नरेश कौशिक, कर्मवीर राठी, रमेश राठी, सतीस राठी, गौरव राठी, राहुल व कमल के खिलाफ कभी भी किसी अदालत में गए तो सारे परिवार को मार देंगे। जो मैंने अपने आप को संभाला तो देखा कि मेरे मामा व जय किशन की मृत्यु हो चुकी थी। संजीत की हालत गंभीर हो चुकी थी। जो उनको भी गोली लगी थी। एक राहगीर ने हमारी गाड़ी को चलाकर हमें ब्रह्म शक्ति संजीवनी अस्पताल बहादुरगढ़ में लाया। मेरा इलाज चल रहा है। मैं हमलावरों को खुद सामने आने पर पहचान सकता हूं। जो उक्त व्यक्तियों द्वारा षड्यंत्र करके इस घटना को अंजाम दिया है।
राठी की साइड 6 बुलेट आर-पार
ताबड़तोड़ फायरिंग में राठी वाली साइड पर गाड़ी की बॉडी से कुल 6 बुलेट्स आर-पार हो गईं। कुछ गोलियां खिड़की के शीशे को तोड़कर भी राठी को लगीं। गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे गनमैनों को टारगेट करते हुए जो फायरिंग की गई, उनमें से 4 गोलियां गाड़ी की बॉडी के आरपार हो गईं। कुछ बुलेट्स विंडो के कांच को तोड़कर भी सुरक्षाकर्मियों को लगीं। सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि राठी या उनके सुरक्षाकर्मियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हमलावरों का टारगेट सीधे नफे सिंह राठी ही थे, इसलिए उन्होंने फॉर्च्यूनर गाड़ी पर सामने की तरफ से कोई फायरिंग नहीं की। यही वजह रही कि गाड़ी की विंडशील्ड को इस फायरिंग में कोई नुकसान नहीं पहुंचा।