MP News, उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि किसी भी प्रदेश के विकास के लिए मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर की ज़रूरत होती है। पूर्व में प्रदेश में सड़कों की स्थिति और अन्य अधोसंरचनात्मक सेवाओं की स्थिति अत्यंत कमजोर स्थिति में थी, जो प्रदेश में विकास की धीमी गति का कारक थी। आज हम 24 घंटे बिजली दे रहे हैं, पॉवर सरप्लस स्टेट हैं।
आज 4-लेन, 6-लेन की विश्वस्तरीय सड़कें बन गयी हैं। हवाई अड्डे, रेलवे अधोसंरचनाओं में विकास हुआ है। सिंचाई के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। नागरिकों की क्रय क्षमता में वृद्धि हुई है। कृषि विकास से आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं।
उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि आज मध्यप्रदेश बीमारू राज्य से सबसे तेज गति से प्रगति करने वाले राज्यों में शामिल है। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल भोपाल में एक निजी चैनल द्वारा आयोजित एमएसएमई समिट कार्यक्रम में शामिल हुए।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में समग्र विकास को सुनिश्चित करना है, बेरोज़गारी की समस्या को दूर करना है तो हरित क्रांति, औद्योगिक क्रांति एवं पर्यटन क्रांति ज़रूरी है। मध्यप्रदेश में इन तीनों क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। औद्योगिक क्रांति सिर्फ़ बड़ी औद्योगिक इकाइयों से संभव नहीं, समग्र विकास के लिए रोज़गारों के सृजन के लिए एमएसएमई पर फोकस महत्वपूर्ण है, यह समय की भी माँग है।
औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने, युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा सतत प्रयास किए जा रहे हैं। सूक्ष्म, मध्यम और लघु इकाइयों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता के साथ प्रक्रियाओं को सहज किया गया है।
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उनकी पहचान स्थापित करने के प्रयास किए गये हैं। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्लग एंड प्ले आधार पर आधारभूत संरचनाएँ प्रदान की गयी है जिससे सहजता से एमएसएमई क्षेत्र के उद्योग प्रारंभ किए जा सके। मध्यप्रदेश में इन सभी विषयों पर कार्य किया गया है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ड्राई पोर्ट विकसित किए गये हैं।