बिहार: STF ने 2 लाख के इनामी मोस्टवांटेड डकैत को मार गिराया है। एसटीएफ ने पूर्णिया में ये एनकाउंटर किया है। ताराबाड़ी इलाके में मुठभेड़ में एसटीएफ ने कुख्यात अपराधी सुशील मोची को ढेर कर दिया। सुशील मोची के ऊपर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस को इस कुख्यात की खोज काफी समय से थी लेकिन ये हर फरार हो जाता था।
बौसी एसडीपीओ आदित्य कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बौसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी गांव में गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ की मदद से पूर्णिया पुलिस छापेमारी करने के लिए पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस पर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के दौरान कुख्यात अपराधी सुशील मोची को गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गई है। मौत के बाद घटनास्थल के आसपास को सील कर दिया गया है और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
कौन था मोस्टवांटेड सुशील मोची? इन अपराधों में था शामिल
बता दें कि कटिहार जेल में बंद होने के बाद भी सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी सुशील मोची ने अमौर थाना क्षेत्र के खाड़ी महीनगांव के मुखिया के घर डकैती की योजना बनाई थी। पुलिस ने डकैती में शामिल अमौर के असद मदनी और जेल में बंद अपराधी सुशील मोची की पत्नी पूनम देवी को डकैती में लूटी गई राशि और अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था सुशील
हालांकि मृतक सुशील मोची कुछ महीनों पहले ही जेल से बाहर निकला था। जेल से बाहर निकलते ही कुख्यात डकैत सुशील मोची पूर्णिया जिले में एक बड़ी घटना की अंजाम देने वाला था। वहीं, एनकाउंटर के बाद रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल एवं एसपी कार्तिकेय शर्मा बौसी के ताराबाड़ी पहुंच चुके हैं।