रोहतक : उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने जिला में ड्रग्स और नशा मुक्ति पर काम करने वाली सामाजिक संस्थाओं से आह्वान करते हुए कहा है कि वे जिला में ड्रग्स की पूर्ण रूप से रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करेंं। इसके लिए ये सामाजिक संस्थाएं नगराधीश कार्यालय में संपर्क करें और अपनी संस्था से संंबंधित जानकारी दें। उन्होंने कहा है कि ड्रग्स की रोकथाम के लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग जरूरी है और जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से योजनाबद्ध ढंग से ड्रग्स की रोकथाम को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा है कि हरियाणा प्रदेश को ड्रग्स मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह के निर्देशानुसार जिला में ठोस एवं कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए योजनाबद्घ तरीके से ड्रग्स की बिक्री व सेवन करने वालों की निगरानी और उन पर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन ड्रग्स की पूर्ण रूप से रोकथाम के लिए सामाजिक संस्थाओं व प्रबुद्घजनों का सहयोग जरूरी है ताकि वे अपने आसपास परिवेश में ड्रग्स की रोकथाम में अपना पूर्ण सहयोग दें सकें। उन्होंने कहा है कि ड्रग्स की रोकथाम एक ऐसा अभियान है, जिसमें समाज के हर जागरूक लोगों के सहयोग की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने कहा है कि जिला में सामाजिक संस्थाओं के सुझावों पर गौर करते हुए जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा ड्रग्स की रोकथाम को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सामाजिक संस्थाओं से सुझाव भी आमंत्रित किए जाएंगे कि जिला में किस प्रकार से युवाओं और अन्य लोगों को ड्रग्स के सेवन से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा है कि वर्तमान समय में युवाओं को ड्रग्स या अन्य किसी भी प्रकार के नशे के सेवन से बचाना हमारे लिए एक चुनौति की तरह है, लेकिन यदि मिलकर प्रयास किए जाएं तो यह मुश्किल काम नहीं है। ऐसे में ड्रग्स या नशा मुक्ति पर काम करने वाली सामाजिक संस्थाओं से अपील है कि वे जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए आगे आएं। इसके लिए वे लघु सचिवालय स्थित नगराधीश कार्यालय में संपर्क करें तथा अपनी संस्था के बारे में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दें ताकि जिला प्रशासन ड्रग्स की रोकथाम को लेकर उनसे सहयोग लें सकें।