अब जियो, एयरटेल और बीएसएनएल के यूजर्स को सिग्नल की कमी से परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार ने एक नई सर्विस “इंट्रा सर्किल रोमिंग” (ICR) लॉन्च की है, जिसके जरिए इन तीनों टेलीकॉम कंपनियों के यूजर्स बिना किसी सिग्नल के भी फोन कॉल कर सकेंगे। इसके अलावा, वे अपनी कंपनियों की 4G सर्विस का भी इस्तेमाल कर सकेंगे। इस नई सर्विस के तहत, यूजर्स को सिग्नल न होने पर भी फोन कॉल करने की सुविधा मिलेगी।
सरकार के इस कदम से देश के 35,000 से अधिक गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को फायदा होगा, जहां 27,000 से अधिक टावरों के माध्यम से बिना सिग्नल के भी कॉल करने की सुविधा उपलब्ध होगी। अब जियो, एयरटेल और बीएसएनएल यूजर्स किसी भी नेटवर्क का उपयोग करके बिना सिम और सिग्नल के भी कॉल कर सकेंगे।
डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च हुई सर्विस
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) सर्विस को लॉन्च करते हुए कहा कि यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन को और भी बढ़ावा देगा। उनका कहना था कि इस सेवा के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इस सर्विस का उद्देश्य कनेक्टिविटी में सुधार करके यूजर्स को बेहतर मोबाइल सर्विस विकल्प मुहैया कराना है।
इस सेवा के अंतर्गत, अगर बीएसएनएल, जियो या एयरटेल का यूजर नेटवर्क कवरेज क्षेत्र से बाहर भी हो, तो वह बिना किसी समस्या के अपनी कंपनी की 4G सर्विस का इस्तेमाल कर सकता है। इसे लागू करने के लिए 27,836 साइट्स को कवर किया गया है, जिससे नेटवर्क से संबंधित समस्याओं को समाप्त किया गया है।
डिजिटल इंडिया फंड से मिली मदद
इस परियोजना को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले “यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड” (USOF) का नाम अब बदलकर “डिजिटल इंडिया फंड” (DIBN) कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री ने इस बात की जानकारी दी और बताया कि इस फंड से यह सेवा शुरू करने के लिए जरूरी वित्तीय मदद मिली। इस फंड के तहत, सरकार ने दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने और आपातकालीन परिस्थितियों में सरकारी मदद पहुंचाने के लिए यह पहल की है।
फायदा- यह सेवा विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए बेहद लाभकारी होगी, जहां नेटवर्क कवरेज की कमी रहती है। इसके जरिए ना केवल दूरदराज के लोग आपातकाल में मदद पा सकेंगे, बल्कि इन क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी का रास्ता भी खुल जाएगा। यह कदम भारत को डिजिटल रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।