पंजाब, बेशक पंजाब के मौसम में फिलहाल कोई बदलाव नहीं है, लेकिन गुरदासपुर से महज पांच किलोमीटर दूर करीब 850 एकड़ क्षेत्र में फैला प्रसिद्ध केशोपुर चंभा विदेश से प्रवासी पक्षियों के आगमन से गुलजार होने लगा है। उम्मीद है कि सर्दी शुरू होते ही करीब 20 हजार प्रवासी पक्षी यहां आएंगे। इन प्रवासी पक्षियों के स्वागत के लिए जिला प्रशासन और संबंधित विभाग पूरी तरह से तैयार हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ये प्रवासी पक्षी साइबेरिया, रूस, मध्य पूर्व के देशों, चीन और मानसरोवर झील (भारत) से आते हैं। प्रवासी पक्षियों की प्रमुख प्रजातियों में नॉर्दर्न शॉलर, नॉर्दर्न पिंटेल, गॉडवॉल, कॉमन कूट, रूडी शैल डक, यूरेशियन विजियन, कॉमन मूर हेन्स, पर्पल मूर हेन्स, मैलार्ड्स, कॉमन क्रेन्स और स्टॉर्क क्रेन्स शामिल हैं।
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कहा जाता है कि यह केशोपुर चंभा कभी महाराजा रणजीत सिंह की शिकारगाह थी। हर साल सर्दियों के मौसम की शुरुआत में, ये पक्षी अपने-अपने देशों से इस छाया में आते हैं जहाँ सर्दियों के मौसम में बहुत अधिक बर्फ होती है और वे लगभग 15 मार्च तक अपने वतन लौट जाते हैं। यह चंभा केशोपुर, मगरमुदीन, मट्टम, मिआनी और डाला नामक लगभग पांच गांवों से संबंधित है।