Tuesday, October 7, 2025
Homeदेश"स्पेशल हाई पॉवर्ड परचेज कमेटी" की बैठक : 120 करोड़ रुपये की...

“स्पेशल हाई पॉवर्ड परचेज कमेटी” की बैठक : 120 करोड़ रुपये की दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद को मंजूरी

हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके तहत अस्पतालों में दवाओं और इलाज में इस्तेमाल होने वाले चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार नई दवाएं और उपकरण खरीदे जा रहे हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।

स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि हाल ही में हुई “स्पेशल हाई पॉवर्ड परचेज कमेटी” की बैठक में लगभग 120 करोड़ रुपये की दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी गई है। इससे राज्य के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आएगा और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की जांच व उपचार सुविधाएं मिलेंगी।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर प्रदेश के 8 स्थानों पर एमआरआई मशीनें, 2 स्थानों पर सीटी स्कैन मशीनें, और 604 स्थानों पर ईसीजी जांच के लिए निर्धारित दरों को अंतिम रूप दिया गया है।

इसके साथ ही, हरियाणा के सभी नागरिक अस्पतालों के लिए लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से 67 एनेस्थीसिया वर्कस्टेशन खरीदे जाने के अनुबंध को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, ईएनटी रोगियों के लिए 22 नसल एंडोस्कोप लगभग 2 करोड़ रुपये में खरीदे जाएंगे। टीबी (क्षय रोग) मरीजों के परीक्षण के लिए 40 ट्रूनेट मशीनें करीब 6 करोड़ रुपये में ली जाएंगी। वहीं, 15 पैथोडिटेक्ट मशीनों की खरीद लगभग 13 करोड़ रुपये में करने के अनुबंध को भी अंतिम रूप दिया गया है।

आरती सिंह राव ने आगे बताया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष कदम उठाए गए हैं। चिकित्सकों और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर लगभग 75 करोड़ रुपये की दवाओं की खरीद के लिए विभिन्न दवा कंपनियों से अनुबंध किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस खरीद में कई महत्वपूर्ण दवाएं शामिल हैं — जैसे कि रक्तस्राव विकार (Bleeding Disorder) के मरीजों के लिए एंटी हीमोफिलिया EHL पुनः संयोजक कारक VIII इंजेक्शन, गर्भवती महिलाओं के लिए एंटी RH-O-D इंजेक्शन, आईएफए सिरप, और अन्य महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक एवं जीवन रक्षक दवाएं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द ये सभी दवाएं और उपकरण हरियाणा के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में अस्पतालों को अतिरिक्त दवाओं या उपकरणों की आवश्यकता होगी, तो उनकी नई खरीद भी की जाएगी।

उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हरियाणा के नागरिकों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें ताकि कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में परेशान न हो। हमारा उद्देश्य है कि हरियाणा का हर नागरिक स्वस्थ, सुरक्षित और तंदुरुस्त रहे।

RELATED NEWS

Most Popular