हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि निर्माण सामग्री में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशानुसार सिंचाई विभाग की विभिन्न परियोजनाओं पर चल रहे निर्माण कार्यों में निर्माण सामग्री के 48 सैंपल भरे गए, उनमें से 18 सैंपल फ़ैल पाए गए। जिस पर जेई से लेकर चीफ इंजीनियर तक के 80 अधिकारियों को हरियाणा सिविल सेवा नियमावली धारा- 7 व 8 के तहत चार्जशीट किया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी रूप में भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कुछ परियोजनाएं पूरी होने की कगार पर थी। जब परियोजना पूरी होने को होती है तो अधिकारियों की जवाबदेही बढ़ जाती है। बार-बार शिकायत मिलने पर विभाग की विजिलेंस विंग ने छापामारी की और सैंपलिंग ली। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ठेकेदारों की काफी पेमेंट हो चुकी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ठेकेदारों से रिकवरी करने की संभावनाओं को तलाशा जायेगा।
किसाऊ बाँध परियोजना के बारे में पूछे जाने पर श्रुति चौधरी ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय परियोजना है। हरियाणा के लिए यह अति महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दो दिन पहले ही इस परियोजना की समीक्षा की थी। किसाऊ बाँध से हरियाणा को सिंचाई के साथ-साथ पीने के पानी के लिए तथा पन-बिजली में हिस्सेदारी मिलनी है। इस बाँध से हरियाणा को यमुना नदी में 709 क्यूसिक पानी मिलेगा।