Majathia News: पंजाब में आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसे पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मोहाली की एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मजीठिया की रिमांड चार दिन के लिए बढ़ा दी है। इस बीच, बेनामी लेनदेन, शिमला में अधिग्रहित 402 हेक्टेयर भूमि का उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जाना, जांच के दायरे में दिल्ली में सैनिक फार्म और जालंधर में ग्रीन एवेन्यू कॉलोनी का मामला उठाया गया है।
विजिलेंस ने मोहाली कोर्ट में दलील दी कि मजीठिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उसे अन्य राज्यों में भी ले जाना होगा। इसलिए उसकी रिमांड अवधि बढ़ाई जानी चाहिए। अदालत ने ब्यूरो के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और उसे 4 दिन की रिमांड दे दी। इससे पहले कोर्ट में पेशी के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया था। अकाली दल प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल अपने समर्थकों के साथ मजीठिया की गिरफ्तारी के विरोध में मोहाली पहुंचे। उसे कोर्ट की ओर आते देख पुलिस ने उसे घेर लिया।
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इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान सुखबीर बादल की पंजाब पुलिस के अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने उनसे कहा कि सुरक्षा कारणों से वह अदालत नहीं जा सकते। इसके बाद अकाली कार्यकर्ता नाराज हो गए। इस बीच, बादल ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की पूरी व्यवस्था पर नियंत्रण कर लिया है। सब कुछ उसके इशारे पर हो रहा है।
आपको बता दें कि मजीठिया को अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उन पर आय से 540 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति रखने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ने मजीठिया को 7 दिन की रिमांड पर लिया। जिसके बाद आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जा रहा है।