Mahendra Singh Dhoni किसी परिचय के मोहताज नहीं। क्रिकेट की दुनिया में अपनी सादगी, कप्तानी और काबिलियत से करोड़ों प्रशंसकों को दीवना बनाने वाले माही का नजरिया कितना स्पष्ट है, यह इसी से साफ हो जाता है कि उन्होंने टीम में अपनी उपयोगिता को लेकर बेबाकी से राय रखी है। माही ने इंडियन प्रीमियर लीग के विशेष कार्यक्रम महेंद्र सिंह धोनी द एक्सपीरियंस में कहा, जिस दिन वे विकेटकीपिंग करना छोड़ देंगे, सीएसके में उनकी कोई उपयोगिता बाकी नहीं रहेगी।
माही के अनुभव का चेन्नई की टीम को कितना लाभ मिलता है, इसे खुद टीम के कप्तान ऋतुराज भी स्वीकर करते हैं। उन्होंने कहा कि 42 साल की आयु में माही जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं, वो युवाओं को प्रेरित करता है।
अपने क्रिकेट करियर को लेकर धोनी का खुद का नजरिया
हाल ही में, धोनी ने अपनी क्रिकेट यात्रा को याद करते हुए बताया कि वह अभी भी कुछ और साल क्रिकेट खेलते रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं क्रिकेट का आनंद वैसे ही लेना चाहता हूं जैसे बचपन में स्कूल के दिनों में लेता था। जब हम कॉलोनी में रहते थे, तो शाम 4 बजे खेल का समय होता था। हम अक्सर क्रिकेट खेलते थे, और अगर मौसम ठीक नहीं होता था तो फुटबॉल खेलते थे। मैं उसी मासूमियत के साथ खेलना चाहता हूं, हालांकि कहना आसान है, लेकिन करना मुश्किल।”
सीएसके को धोनी की मौजूदगी से मिल रहा है फायदा
गायकवाड़ ने धोनी की मौजूदगी को टीम के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा, “हर दिन हमें उन्हें देखने का मौका मिलता है और यह हमें प्रेरित करता है। बहुत से नए खिलाड़ी टीम में शामिल हुए हैं और कभी-कभी वे भी, पेशेवर क्रिकेटर होने के बावजूद, गेंद को उतनी अच्छी तरह हिट नहीं कर पाते, जितनी आसानी से धोनी अभी कर रहे हैं। यह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है, मेरे लिए भी, और पूरी टीम के लिए। जो कुछ भी वह 43 साल की उम्र में कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ और सराहनीय है।”