Ludhiana, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) की तरह से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 (National Education Policy 2020) के तहत उच्च शिक्षा और कला के बीच के अंतर को खत्म करने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों को पारंपरिक कला के बारे में स्टूडेंट को जागरूक करने के लिए उन्हें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दिलवाने के लिए लोकल कलाकारों को माहिरो के तौर पर कोर्स में शामिल करने का ड्राफ्ट तैयार किया गया है.
यूजीसी की तरफ से इस बार के गाइडलाइंस का ड्राफ्ट तैयार कर स्टेकहोल्डर से के सुझाव के लिए जारी किया गया है 31 मार्च तक इसके लिए सुझाव दिए जा सकते हैं
यूजीसी के मुताबिक वर्तमान में सारी शिक्षा की मिशन ढंग से चल रहे हैं इसमें भावनाओं की भारी कमी है साथ ही को करिकुलर एक्टिविटीज सीमित है. विजुअल और परफॉर्मिंग आर्ट्स ऐसे क्षेत्र में भी स्टूडेंट कला और कला की विभिन्न किस्मों के बारे में असल में जानकारी हासिल नहीं कर पा रहे हैं.
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संस्थानों की तरफ से आर्ट एजुकेशन में शामिल किया जाएगा जो कि टीचिंग रिसर्च और अन्य अकेडमी में हिस्सा लेंगे और स्टूडेंट के लिए कला की शिक्षा को और ज्यादा अनुभव वाला बनाएंगे. इनमें कला क्राफ्ट म्यूजिक डांस फाइन आर्ट्स के माहिरो को शामिल किया जाएगा.
उच्च शिक्षण संस्थाओं को को कमेटी का गठन करना होगा जो कि संबंधित क्षेत्र में कला गुरुओं का गठन करेंगे. इसे संस्था का हेड संबंधित विभाग का हेड उस विषय को दो रजिस्ट्रार या वाइस प्रिंसिपल शामिल होंगे. 3 लेवल पर चुनाव होगा चुनाव में श्रेणी की उम्र सीमा नहीं है.