रोहतक : पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज में शुक्रवार को एंटी-रैगिंग जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. संजय सिंह, प्रोफेसर और मुखिया, ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली, उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने छात्रों को सुरक्षित और सहायक शैक्षिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए काम करने की प्रेरणा दी। मंच का संचालन डाॅ. आदर्श ने किया।
डॉ. संजय सिंह ने अपने व्याख्यान में रैगिंग की परिभाषा, इसके गंभीर प्रभाव और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को बताया कि कड़ी मेहनत और समर्पण से वे डेंटिस्ट्री में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। डाॅ. संजय ने कहा कि भारत में रैगिंग कानून प्रिवेंशन ऑफ रैगिंग एक्ट 1997 और इसके अमेंडमेंट्स के अंतर्गत आता है। रैगिंग की शिकायत करना बहुत आसान है, प्रताड़ित स्टूडेंट रैगिंग की शिकायत अपने कॉलेज में दर्ज करवा सकते हैं या नेशनल हेल्पलाइन पर भी कर सकते हैं।
डाॅ. संजय ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में व्यापक अवसरों पर चर्चा ने छात्रों को उनके संभावित करियर पथ और पेशेवर विकास की संभावनाओं के बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की।
छात्रों को रैगिंग के खिलाफ एकजुट होने के लिए प्रेरित किया
डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डाॅ. संजय तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य संस्थान में सम्मान, सहानुभूति और समावेशिता को बढ़ावा देना था। सभी छात्रों को रैगिंग के खिलाफ एकजुट होने और एक सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए प्रेरित किया गया।
पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभागाध्यक्ष डाॅ. मंजूनाथ ने बताया कि कार्यक्रम के अंत में, प्राचार्य और समिति के सदस्यों ने मुख्य अतिथि को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में आने के लिए डाॅ. विपुल ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया। सभी उपस्थित छात्रों ने राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया।