Saturday, April 20, 2024
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आज बरसाना में लठ्ठमार होली, राधा और कृष्ण से जुड़ा इतिहास

Lathmar Holi 2023: 27 फरवरी को बरसाना में लड्डू मार होली खेली जा रही है। लड्डू मार होली के दूसरे दिन यानि की आज लठ्ठमार (Lathmar Holi 2023) होली है। आज नंदगांव के हुरयारे लट्ठमार होली खेलने के लिए बरसाना आते हैं। महिलाओं को हुरियारिन कहते हैं वे रंग, गुलाल, पान, मिठाई और लट्ठ से उनका स्वागत करती हैं। महिलाएं मजाकिया अंदाज में  पुरुषों पर लाठी बरसाती हैं और ग्वाले बने पुरुष ढाल से खुद की रक्षा करते हैं।

लठ्ठमार होली (Lathmar Holi 2023) का शुभ योग 

लठ्ठमार होली पर रवि योग और प्रीति योग दोनों में खेली जायेगी। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मा​ह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि आज रात 02 बजकर 21 मिनट पर शुरु हुई और यह 01 मार्च को प्रात: 04 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के आधार पर फाल्गुन शुक्ल नवमी आज 28 मार्च को है, इसलिए आज बरसाना में लट्ठमार होली खेली जाएगी।

  • रवि योग – सुबह 07 बजकर 20 मिनट से लेकर अगले दिन 1 मार्च 2023 को सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक है।
  • प्रीति योग – 28 फरवरी 2023 को शाम 04 बजकर 26 मिनट से 1 मार्च 2023 को शाम 05 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।

राधा और कृष्ण से जुड़ा इतिहास 

प्राचीन मान्यता है कि नंदगांव के कन्हैया अपने सखाओं के साथ अपनी राधा रानी से मिलने उनके गांव बरसाना जाया करते थे। वहीं पर राधा रानी और गोपियों श्री कृष्ण और उनके सखाओं की शरारतों से परेशान होकर उन्हें सबक सिखाने के लिए लाठियां बरसाती थी।  हंसी ठिठोली कान्हा और उनके सखा खुद को बचाने के लिए ढाल का उपयोग करते थे। धीरे-धीरे इस परंपरा की शुरुआत हो गई है जिसे लट्ठमार होली का नाम दे दिया गया।

कैसे खेलते हैं लठ्ठमार होली 

नंदगांव के पुरुष बरसाना में आते हैं। बरसाने की महिलाएं उन पर रंग और गुलाल डालती हैं। वे हुरियारिन के साथ हंसी-ठिठोली करते हैं। इस दौरान महिलाएं उनको डंडे से मारती हैं और पुरुष ढाल से अपना बचाव करते हैं।  इस दौरान गीत, संगीत, नृत्य आदि का आयोजन होता है। कई बार महिलाएं पुरुषों को पकड़कर महिलाओं की वेशभूषा में उनसे नृत्य कराती हैं।  यह सारा​ कार्यक्रम हंसी मजाक के माहौल में होता है।

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