कुरुक्षेत्र : गीता स्थली ज्योतिसर में केन्द्र व राज्य सरकार के प्रयासों से 206 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया महाभारत अनुभव केन्द्र देश का सबसे भव्य और दर्शनीय पयर्टन स्थल के रूप में एक पहचान बनाएगा। इस महाभारत अनुभव केन्द्र को देखन के लिए दूर-दराज से देखने के लिए पहुंच रहे हैं। अब तक महाभारत अनुभव केन्द्र को देखने के लिए 700 टिकट बिक चुकी हैं। इसके अलावा राज्यपाल प्रो असीम कुमार घोष की पत्नी, सांसद नवीन जिंदल, हरियाणा के पूर्व मंत्री सुभाष सुधा, मुख्यमंत्री के कार्यालय प्रभारी कैलाश सैनी और अनेकों गणमान्य लोग महाभारत अनुभव केंद्र का अवलोकन कर चुके हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 नवम्बर को गीता स्थली ज्योतिसर में बनाए गए महाभारत अनुभव केन्द्र का अवलोकन किया था। उनके साथ राज्यपाल प्रो असीम कुमार घोष, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा के पयर्टन मंत्री डॉ अरविन्द शर्मा, सांसद नवीन जिन्दल, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, भाजपा के जिला अध्यक्ष तेजिन्द्र सिंह गोल्डी, उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल सहित अनेकों वीवीआईपी लोग महाभारत अनुभव केन्द्र का अवलोकन कर चुके हैं। यह महाभारत अनुभव केन्द्र आम नागरिकों को भी अपनी तरफ आकर्षित कर रहा हैं। इस अनुभव केन्द्र में 5 ब्लॉक बनाए गए हैं। हर ब्लॉक में महाभारत को आधुनिक तकनीकी से विशेष एलईडी के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया गया है। हर ब्लॉक में 2 से 3 मिनट के चलचित्र चलाएं जाते है। इन चलचित्रों में द्रौपदी स्वयंवर, श्रीकृष्ण अर्जुन के संवाद, भीष्म पितामह के तीरों की शईयां पर जैसे दृर्शयों को दिखाया गया हैं।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने महाभारत अनुभव केन्द्र से मिली रिपोर्ट के आधार पर बताया कि महाभारत अनुभव केन्द्र के सेल काउंटर से अब तक 700 टिकटें 30 नवम्बर तक बेची जा चुकी हैं। इसके अलावा राजकीय स्कूलों के सैकड़ों विद्यार्थियों को भी महाभारत अनुभव केन्द्र दिखाया गया हैं। इस महाभारत अनुभव केंद्र का अवलोकन करने का समय रोजाना सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे तक रहेगा। अहम पहलू यह है कि इस अनुभव केंद्र में प्रवेश करने वाले अंतिम ग्रुप का समय सायं 3.30 बजे रखा गया है।
उन्होंने कहा कि महाभारत अनुभव केंद्र को देखने के लिए भारतीय नागरिक हेतू 200 रुपए प्रति व्यक्ति और विदेशी नागरिकों के लिए 600 रुपए प्रति व्यक्ति टिकट की दर तय की गई है। इस महाभारत अनुभव केंद्र में स्वागत कक्ष, महाकाव्य का सृजन कक्ष, प्राचीन महाभारत, कुरु वंशावली, द्रोपदी स्वयंवर, भगवान श्री कृष्ण का विराट स्वरूप, गीता श्लोक, कृष्ण भूमिका, कुरुक्षेत्र 48 कोस, दशव अवतार आदि कक्ष स्थापित किए गए है। इस अनुभव केंद्र में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया गया है। इस परियोजना से कुरुक्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को कुरुक्षेत्र 48 कोस के इतिहास के साथ-साथ महाभारत के इतिहास को भी जानने का अवसर मिलेगा।

