23 नंवबर को देवउठनी एकादशी के साथ ही शादी-ब्याह की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन अब जल्द ही मांगलिक कार्य बंद होने वाले हैं क्योंकि खरमास की शुरुआत होने वाली है। इस महीने में शादी-ब्याह, मुंडन, गृह प्रवेश, जेनेऊ जैसे कोई मांगलिक कार्य नहीं होंगे।
कब से शुरु होगा खरमास का महीना
जब सूर्यदेव गोचर करके धनु राशि में प्रवेश करते हैं इसे खरमास कहते हैं। इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है। इस साल 16 दिसंबर 2023 सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करने वाले हैं इसी दिन से खरमास की शुरुआत होगी। फिर 15 जनवरी 2024 को खरमास की समाप्ति होगी। इसके समाप्त होने के पश्चात ही शुभ कार्य की शुरुआत होती है।
इस महीने में क्यों नहीं होते शुभ कार्य
खरमास में सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करते हैं और इसके चलते बृहस्पति ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है। गुरु ग्रह को शुभ कार्यों का कारक माना जाता है। लड़कियों की शादी के कारक गुरु माने जाते हैं। गुरु कमजोर रहने से शादी में देर होती है। इसके साथ ही रोजगार और कारोबार में भी बाधा आती है। यही वजह है कि खरमास के दिनों में कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
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खरमास का महीना पूजा-पाठ और अनुष्ठान के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं कि अगर इस माह भक्तिभाव के साथ भगवान की अराधना की जाए तो उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। जिस व्यक्ति पर भगवान की कृपा होती है उसके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।