पंजाब, चंडीगढ़- संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) और राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। इसके साथ ही तीसरे दौर की वार्ता विफल होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर संघर्ष समिति ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर बैठने का फैसला किया है। बंद के आह्वान के साथ ही लोगों से आग्रह किया गया कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
उधर, अमृतसर में बीजेपी दफ्तर का घेराव करने जा रहे कांग्रेसियों से पुलिस की झड़प भी हुई। जगराओं में महिला किसानों ने विरोध मार्च निकाला। जालंधर में भी लोगों ने खुद ही बाजार बंद रखे। लुधियाना में 10 जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया गया और जीटी रोड बंद कर दिया गया। कोहाड़ चौक पर जाम लगने के बाद लुधियाना-चंडीगढ़ रोड भी बंद हो गया है।
किसान नेताओं ने साफ कर दिया था कि बंद का आह्वान सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक है। इसके बावजूद किसानों ने दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक हर प्रमुख सड़क को जाम कर दिया। जगह-जगह किसान मोर्चे पहुंचने शुरू हो गए हैं। इस दौरान किसी भी वाहन को गुजरने की अनुमति नहीं दी गई। पंजाब में, संयुक्त किसान मोर्चा के 37 किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने पंजाब भर के 23 जिलों में 117 स्थानों पर धरना दिया। इस बीच सभी 117 जगहों पर सड़कें जाम कर दी गईं।
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किसान संगठनों ने पहले ही साफ कर दिया था कि सिर्फ चार वजहों से लोगों को इस बंद में जाने से छूट मिलेगी। बंद के दौरान किसानों ने एंबुलेंस नहीं रोकी। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी के लिए जा रहे व्यक्ति को भी जाने की इजाजत दी गई, जो अभ्यर्थी परीक्षा देने जा रहे थे उन्हें भी जाने दिया गया और जो लोग विवाह कार्यक्रम में जा रहे थे उन्हें भी किसानों ने नहीं रोका। शादी के लिए जाने वाले जोड़ों, गुरुद्वारों में डोली या लावा को भी जाने की इजाजत दी गई।