Jabalpur news : मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्टेट साइबर सेल ने एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह, म्यूल खातों के जरिये ठगी गई रकम को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए ठिकाने लगाने में सक्रिय था। पुलिस ने इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2 महिलाएं और 10 पुरुष शामिल हैं। इनमें गिरोह का मास्टरमाइंड सतना निवासी अनजर हुसैन भी है।
Jabalpur news कई राज्यों में फैला था नेटवर्क
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अनजर हुसैन ने दिल्ली, गुड़गांव, रायपुर, हरियाणा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल समेत देश के कई राज्यों में अपनी गैंग का विस्तार किया था। पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें ऋतिक श्रीवास, मदन पाल, शशांक अग्रवाल, अमित निगम, अनुराग कुशवाहा, स्नेहिल गर्ग, सुमित शेवानी, अमित कुशवाहा, संदीप चतुर्वेदी, नितिन कुशवाहा और सगीर अख्तर शामिल हैं।
Jabalpur news कैसे हुआ खुलासा?
मार्च 2024 में सतना के एक सुरक्षा गार्ड केके गौतम ने जब अपने खाते का बैलेंस चेक कराया तो पता चला कि उसमें 1.09 लाख रुपये जमा हैं। गौतम ने यह रकम कभी जमा नहीं की थी। मामला संदिग्ध लगा तो उन्होंने बैंक से संपर्क किया। आगे की जांच में यह भी सामने आया कि सतना के अन्य लोगों के खातों में करोड़ों रुपये का लेनदेन हो रहा था।
कैसे काम करता था गिरोह?
गिरोह के सदस्य लोगों को झांसा देकर उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल नंबर से नए बैंक खाते खुलवाते थे। हालांकि, खाते खोलते वक्त उनके असली मोबाइल नंबर की जगह फर्जी सिम का इस्तेमाल किया जाता था। इन खातों में यूपीआई के जरिए छोटी-छोटी रकम जमा कर बड़े अमाउंट में तब्दील किया जाता था। फिर यह रकम नेट बैंकिंग के जरिए चेन्नई और आसपास के इलाकों से निकाली जाती थी।
सुरक्षा गार्डों के नाम पर फर्जीवाड़ा
गिरोह ने सतना के बिरला यार्ड में काम करने वाले सुरक्षा गार्डों के नाम पर भी फर्जी खाते खुलवाए। इन खातों के जरिए एक साल में 3 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन पाया गया। गार्डों को इस बात की भनक नहीं थी कि उनके दस्तावेज का इस तरह दुरुपयोग किया जा रहा है।
एटीएस और साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई
गिरोह पर महीनों से एटीएस नजर रख रही थी। उन्हें शक था कि इन खातों का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। जांच के दौरान मामला साइबर फ्रॉड का निकला, जिसके बाद एटीएस ने इसे साइबर सेल को सौंप दिया।
12 आरोपी गिरफ्तार, करोड़ों का लेनदेन
स्टेट साइबर सेल के निरीक्षक नीलेश अहिरवार ने बताया कि इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के खिलाफ करोड़ों रुपये के लेनदेन के सबूत मिले हैं। जांच टीम ने अलग-अलग लोकेशनों पर छापेमारी कर आरोपियों को हिरासत में लिया।
आगे की कार्रवाई
सभी आरोपियों को जबलपुर जिला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए जांच जारी रखे हुए है।